इंदौर : विजय नगर थाना क्षेत्र स्थित शराब सिंडिकेट के दफ्तर में हुए गोलीकांड में घायल शराब ठेकेदार अर्जुन ठाकुर की हालत खतरे से बाहर बताई गई है। उसका निजी अस्पताल में उपचार चल रहा है। अस्पताल के बाहर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।
किसी मामले में समझौते के लिए के लिए हुए थे जमा।
बताया जाता है कि शराब ठेकेदारों में अहातों को लेकर विवाद चल रहा था। उसी मामले में समझौते के लिए ठेकेदार हेमू व चिंटू ठाकुर व अर्जुन ठाकुर को सिंडिकेट के सत्त्य साईं चौराहा स्थित दफ्तर में बुलाया था। गैंगस्टर सतीश भाऊ भी वहां मौजूद था। बातचीत के दौरान ही दोनों पक्षों में कहासुनी हो गई। इसपर आरोपी हेमू व चिंटू ठाकुर ने पिस्टल से अर्जुन ठाकुर पर गोली चला दी और फरार हो गए। बताया जाता है कि तीन गोलियां चलाई गई थी, हालांकि फिलहाल इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है।
सिंडिकेट दफ्तर में की तोड़फोड़।
शराब ठेकेदार अर्जुन ठाकुर के गोलीकांड में घायल होने की खबर लगते ही बड़ी संख्या में उसके समर्थक शराब सिंडिकेट के दफ्तर पर एकत्रित हो गए और पुलिस की मौजूदगी के बावजूद दफ्तर में तोड़फोड़ मचा दी। जैसे- तैसे उन्हें वहां से हटाया गया।
जल्दी ही पकड़े जाएंगे आरोपी।
घटना की सूचना मिलने पर क्षेत्रीय सीएसपी और एएसपी राजेश रघुवंशी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए। घायल अर्जुन ठाकुर के समर्थकों के अस्पताल के बाहर जमावड़े को देखते हुए वहां तीन थानों का पुलिस बल तैनात कर दिया गया। एएसपी रघुवंशी ने बताया कि फोरेंसिक जांच के साथ ही घटनास्थल के पास लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं। प्रारंभिक जांच पड़ताल में दो आरोपियों के नाम सामने आए हैं। उन्हें शीघ्र गिरफ्तार कर लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि गोलीकांड में घायल अर्जुन ठाकुर की हालत खतरे से बाहर है।