इंदौर : शहर में यातायात व्यवस्था को सुगम व बेहतर बनाने के लिए नवलखा, खजराना और भवरकुंआ चौराहों का विकास किया जाएगा। चौराहों के विकास में आने वाली बाधाओं को शीघ्र दूर किया जाएगा। विशेषकर भंवरकुआ चौराहे के विकास में आ रही समस्याओं के निराकरण के लिए देवी अहिल्या विश्वविद्यालय की कुलपति रेणु जैन से चर्चा कर विभिन्न मुद्दों पर सैद्धांतिक सहमति बनाई गई।
बैठक में सांसद शंकर लालवानी, कलेक्टर मनीष सिंह,, नगर निगम आयुक्त प्रतिभा पाल सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद थे।
चौड़े होंगे चौराहों के लेफ्ट टर्न।
बैठक में सांसद शंकर लालवानी ने बताया कि शहर के यातायात को सुगम और बेहतर बनाने के लिये लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। इसी सिलसिले में विगत दिनों एक बैठक लेकर विभिन्न विभागों को दायित्व दिए गए थे। विभागों द्वारा अपने स्तर पर भी कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने बताया कि शहर में जल्द ही नवलखा, खजराना और भंवरकुआ चौराहों के लेफ्ट टर्न को चौड़ा करने के साथ विकास के अन्य कार्य कराए जाएंगे। इसमें आने वाली समस्याओं का निराकरण भी आम सहमति से किया जा रहा है।
शिफ्ट होगा मन्दिर व पुलिस थाना।
बैठक में कलेक्टर मनीष सिंह ने बताया कि भवरकुंआ चौराहे के विकास के लिए मंदिर को पीछे शिफ्ट करना है। भवरकुंआ थाने के लिए भी नया भवन बनाया जाना है। थाने के नए भवन की 15 हजार वर्ग फीट जमीन के संबंध में राज्य शासन द्वारा पूर्व में ही स्वीकृति दी गई थी। बैठक में कुलपति रेणु जैन ने भवरकुंआ चौराहे के मंदिर को पीछे शिफ्ट करने और थाने के नए भवन के लिये जमीन देने को लेकर सैद्धांतिक सहमति दी। बैठक में कलेक्टर मनीष सिंह ने बताया कि देवी अहिल्या विश्वविद्यालय को अपने संस्थान के विस्तार के लिए सिम्बॉयसिस के पास 25 से 40 एकड़ जमीन दी जा रही है। इस बारे में अभी सीमांकन कराया जा रहा है। कलेक्टर ने भवरकुंआ स्थित विश्वविद्यालय की जमीन पर पानी की टंकी बनाए जाने के संबंध में भी कुलपति से चर्चा की।