इंदौर : आईसीएआई की इंदौर सीए ब्रांच और टीपीए (टैक्स प्रैक्टिशनर्स एसो. ) इंदौर द्वारा केंद्र और राज्य जीएसटी विभाग के अधिकारियों के साथ दिवाली मिलन का कार्यक्रम आयोजित किया गया।
कार्यक्रम के अतिथि सेंट्रल जीएसटी के आयुक्त पार्थ रायचौधरी, सेंट्रल जीएसटी ऑडिट आयुक्त नीरव मल्लिक और राज्य जीएसटी आयुक्त लोकेश जाटव थे।
इंदौर ब्रांच के चेयरमैन आनंद जैन और टीपीए प्रेसिडेंट शैलेंद्र सोलंकी ने अतिथियों का स्वागत किया और स्वागत उद्बोधन दिया। उन्होंने कहा कि इस वर्ष से जीएसटी विभाग के साथ दिवाली मिलन का आयोजन शुरू किया गया है। यह परंपरा आगे भी जारी रहेगी।
रीजनल काउंसिल मेंबर सीए कीर्ति जोशी ने कहा कि जिस प्रकार दीपक अंधकार को मिटाकर उजाला करता है और नकारात्मक भाव को मिटाता है उसी बात को आगे बढ़ाते हुए हमें अपने जीवन में भी नकारात्मक भाव को भुलाकर सकारात्मक भाव को आगे बढ़ाना चाहिए।
करदाताओं को जागरूक करें कर सलाहकार।
सेंट्रल जीएसटी कमिश्नर पार्थ रायचौधरी ने दीपावली की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि इनवॉइस की नई लिमिट 5 करोड़ हो गई है। कई करदाता ऐसे हैं जो अभी भी इस नई व्यवस्था से अवगत नहीं है अतः यह जिम्मेदारी विभाग के साथ चार्टर्ड अकाउंटेंट और कर सलाहकारों को भी उठाना होगी कि वह करदाताओं को जागरूक करें।
स्टेट जीएसटी कमिश्नर लोकेश जाटव ने कहा कि जिस प्रकार से यह शरीर पंचतत्व से मिलकर बना है, ठीक उसी प्रकार जीएसटी कानून में स्टेट, सेंट्रल जीएसटी विभाग, सीए, करदाता एवं कर सलाहकार पंच तत्वों के होने जैसा ही है। हम सभी मिलकर जीएसटी को सुगम बना सकते हैं।
सेंट्रल जीएसटी ऑडिट कमिश्नर नीरव मलिक ने कहा कि सीजीएसटी एवं एसजीएसटी दोनों का एक ही लक्ष्य है, देश की तरक्की के लिए कर का संग्रहण करना। जिस प्रकार से जीएसटी कानून अस्तित्व में आया है उसमें स्टेट एवं सेंट्रल दोनों विभाग के अधिकारियों को एक साथ राज्य एवं केंद्र दोनों के लिए कार्य करने का उत्तरदायित्व निभाना होगा।
प्रारंभ में अतिथियों का स्वागत टीपीए के मानद सचिव सीए अभय शर्मा ने किया। कार्यक्रम का संचालन सीए रजत धनुका ने किया और आभार सीए कृष्ण गर्ग ने माना।