इंदौर : केंद्रीय कृषि कानूनों के विरोध में कतिपय किसान संगठन दिल्ली सीमा पर अड्डा जमाए हुए हैं। लगभग मृतप्राय हो चुके इस आंदोलन को पुनः जिंदा करने की कोशिश की जा रही है। इस कवायद में अपनी राजनीतिक रोटी सेंकने कांग्रेस भी मैदान में आ गई है। सोमवार को इंदौर में कांग्रेस के विधायको ने सांसद लालवानी से मिलकर तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग की।
ट्रैक्टर पर सवार होकर पहुंचे सांसद के घर।
कांग्रेस के विधायक जीतू पटवारी, संजय शुक्ला और विशाल पटेल ट्रैक्टर में सवार होकर पहले राजवाड़ा पहुंचे। उन्होंने वहां उतरकर देवी अहिल्या की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। बाद में वे ट्रैक्टर से ही सांसद शंकर लालवानी के घर पहुंचे।
काले कानून वापस लें सरकार।
तीनों कांग्रेसी विधायकों जीतू पटवारी, संजय शुक्ला और विशाल पटेल ने सांसद शंकर लालवानी से मिलकर उनसे आग्रह किया कि वे उनकी मांग को केंद्र की मोदी सरकार तक पहुंचाएं। कांग्रेसी विधायकों का कहना था कि केंद्र सरकार द्वारा पिछले दिनों संसद में पारित तीनों कृषि कानून किसान विरोधी हैं, इन्हें तत्काल वापस लिया जाना चाहिए। उन्होंने केंद्र व प्रदेश की बीजेपी सरकार पर आरोप लगाया कि किसान खाद, बीज और डीजल के बढ़ते दामों से परेशान हैं पर सरकार उनकी सुनवाई नहीं कर रही है।
किसानों के हित में हैं कानून।
उधर सांसद शंकर लालवानी का कहना था कांग्रेसी विधायक कृषि कानूनों का विरोध करने आए थे। लालवानी ने कहा कि मोदी सरकार किसानों के हित में काम कर रही है। तीनों कृषि कानून किसानों के लिए लाभकारी हैं। इससे उन्हें अपनी उपज अच्छे दामों में बेचने का विकल्प मिल रहा है। कांग्रेस केवल राजनीति के लिए विरोध कर रही है।