इंदौर : मरीज के उपचार में यदि श्रेष्ठ सेवा शब्द जुड़ जाए, सशक्त, सुरक्षित हेल्थ प्रोफेशनल्स में नुकसान से बचाव भी जुड़ जाए तो स्वास्थ्य रचना अपने उच्च सोपान पर होगी। हॉस्पिटल केवल डॉक्टर्स, नर्सेस के भरोसे नहीं होते,पूरा स्टॉफ मरीज के प्रति जिम्मेदार होता है।ये विचार एमजीएम एल्युमिनी एसोसिएशन द्वारा सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल ऑडिटोरियम में आयोजित कार्यशाला का शुभारंभ करते हुए सांसद शंकर लालवानी ने व्यक्त किए। उन्होंने CAHO कंसोर्टियम एक्रीडेटेड हेल्थ केयर ऑर्गेनाइजेशन के सेंटर का भी शुभारंभ किया। कार्यक्रम में डीन डॉ संजय दीक्षित,अधीक्षक डॉ सुमित शुक्ला भी उपस्थित थे।
कार्यशाला में 500 से अधिक पंजीयन हुए, कई लोग ऑनलाइन भी जुड़े, जिनमें डॉक्टर्स, नर्सेस, सेफ्टी/ क्वालिटी अधिकारी, हॉस्पिटल प्रशासक/मैनेजर, पेशेंट सेफ्टी एडवोकेट्स, कोऑर्डिनेटर, एजुकेटर, ट्रेनर आदि शामिल थे।
कार्यशाला में डॉ.जयलक्ष्मी ने बायो मेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट, डॉ. अपर्णा जयराम ने पेशेंट सुरक्षा के मूल सिद्धांत, मारग्रेट गौरीनाथ ने सशक्त एवं सुरक्षित हेल्थ प्रोफेशनल्स, डॉ. वी थूपाली ने उच्च दर्जे की सेवा, नुकसान से बचाव के तरीकों को लागू करना, डॉ. सीमा भार्गव ने आला टीम वर्क, कानूनी सुरक्षा, डॉ. प्रदीप सूरी ने मार्कर्स इन डेंगू जैसे विषयों पर व्याख्यान दिए।
इस दौरान आयोजित परिचर्चा में डॉ. अजयदीप भटनागर, डॉ.ओ पी लेखरा, डॉ. मनीष कौशल, डॉ. सुमित्रा यादव, डॉ. एस एस शर्मा, डॉ. मिलिंद बालदी, डॉ. शेखर राव, डॉ. नैय्यर, डॉ. राकेश गुप्ता ने भाग लिया।
आरंभ में स्वागत भाषण डॉ. संजय लोंढे ने दिया।संचालन डॉ. विनीता कोठारी ने किया। कार्यक्रम के संयोजक थे डॉ. अंकुर गोयल।