इंदौर : बीजेपी के धरना- प्रदर्शन में राजगढ़ के घटनाक्रम का उल्लेख भी किया गया। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह, पूर्व लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन और अन्य नेताओं ने राजगढ़ मामले में स्थानीय कलेक्टर और एसडीएम के बर्ताव पर कड़ा एतराज जताया। उनका कहना था कि तिरंगा हाथ में लेकर सीएए के समर्थन में शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे कार्यकर्ताओं थप्पड़ बरसाए जा रहे हैं और राष्ट्र के खिलाफ जुलूस निकालने, नारेबाजी करने और हिंसा करने वालों को रेवड़ी बांटी जा रही है, ये कहां का इंसाफ है।
थप्पड़ मारकर सरकार के ताबूत में ठोकी कील।
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने राजगढ़ कलेक्टर पर निशाना साधते हुए कहा कि शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे कार्यकर्ताओं को थप्पड़ मारकर उन्होंने कमलनाथ सरकार के ताबूत में कील ठोकी है। देश के लिए सड़क पर निकलने वालों के खिलाफ धारा 144 लगाई जा रही है। राकेश सिंह ने आरोप लगाया कि कमलनाथ सरकार वोट बैंक की राजनीति कर रही है।
कलेक्टर का काम थप्पड़ मारना नहीं।
पूर्व लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने भी राजगढ़ कलेक्टर निधि निवेदिता और एसडीएम प्रिया वर्मा के बर्ताव को गलत ठहराया। उन्होंने कहा कि कलेक्टर का काम थप्पड़ मारना नहीं है। ताई ने कलेक्टर को नसीहत दी कि वे अपने काम को समझे। अधिकारों का इस्तेमाल सोच- समझकर किया जाना चाहिए।
जीतू पटवारी को भी लगाई लताड़।
सुमित्रा ताई ने देवास में जिला योजना समिति में मंत्री जीतू पटवारी के आचरण को लेकर उन्हें भी लताड़ लगाई। ताई ने कहा कि जिला योजना समिति में सांसद का सम्मान होता है। उनके लिए जगह निर्धारित होती है। पटवारी नए- नए मंत्री बने हैं। उन्हें मर्यादा का ध्यान रखना चाहिए।
अन्य नेताओं ने भी राजगढ़ की घटना पर नाराजगी जताते हुए कहा कि प्रशासन का कांग्रेसीकरण हो गया है। थप्पड़ कांड उसी का नतीजा है।