इंदौर : मप्र के सागर में दलित समाज के युवक को घर में घुसकर जिंदा जला देने के मामले में बीजेपी ने कमलनाथ सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए गंभीर सवाल खड़े किए हैं। बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता चिंतामणि मालवीय ने पत्रकार वार्ता के जरिये आरोप लगाया कि कमलनाथ सरकार ने जिंदा जलाए गए दलित युवक धनप्रसाद अहिरवार की सुध नहीं ली। उसे समय रहते बेहतर उपचार तक उपलब्ध नही कराया गया। बीजेपी के प्रयासों से उसे दिल्ली लाकर एम्स में भर्ती कराया गया लेकिन उसकी जान नहीं बचाई जा सकी। उसकी मौत की जिम्मेदार कमलनाथ सरकार है।
आरोपियों के खिलाफ नहीं हुई कार्रवाई।
श्री मालवीय ने आरोप लगाया कि दलित युवक को जिंदा जलाने वालों में एक ही समुदाय के 20-25 लोग शामिल थे। यह सीधे तौर पर मॉब लिंचिंग की घटना थी जिसे दबाने का प्रयास किया गया। कमलनाथ सरकार ने दिखावे के लिए 4-5 आरोपियों को गिरफ्तार किया पर शेष आरोपी खुलेआम घूम रहे हैं। वोट बैंक की राजनीति के चलते उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं की जा रही है। श्री मालवीय ने दलितों के नाम पर राजनीतिक रोटी सेंकने वाले चन्द्रशेखर, मायावती और अन्य नेताओं के इस मामले में चुप्पी साधने पर भी सवाल उठाए।
देश में घोले जा रहे जहर का असर..!
बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता चिंतामणि मालवीय ने सीएए और एनआरसी को लेकर कांग्रेस, वामपंथी व अन्य दलों पर लगातार दुष्प्रचार करने और एक समुदाय विशेष के मन में जहर घोलने का आरोप लगाते हुए कहा कि इस घृणित राजनीति का असर भी सागर में युवक को जिंदा जलाने के पीछे हो सकता है। इस दिशा में भी मामले कीजांच होनी चाहिए।
मृतक के परिजनों को दे मुआवजा।
बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता ने जिंदा जलाकर मार दिए गए युवक धनप्रसाद अहिरवार के परिजनों को 25 लाख रुपए मुआवजा देने, परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने और प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत घर उपलब्ध कराने की मांग प्रदेश सरकार से की है।
बीजेपी करेगी बड़ा प्रदर्शन।
श्री मालवीय ने कहा कि बीजेपी इस मामले को अंजाम तक ले जाएगी। जब तक सभी आरोपी गिरफ्तार नहीं किये जाते, बीजेपी चैन से नहीं बैठेगी। इस सिलसिले में पार्टी 28 जनवरी को सागर में बड़ा प्रदर्शन भी करने जा रही है।