इंदौर : अपने विवादित बयानों को लेकर सुर्खियों में रहने वाले कांग्रेसी नेता दिग्विजय सिंह ने एक बार फिर आरएसएस को लेकर विवादित बात कह दी। सोमवार को इंदौर में युवक कांग्रेस के सम्मेलन में युवा कार्यकर्ताओं संबोधित करते हुए उन्होंने आरएसएस को नफरत की विचारधारा का पोषक बताते हुए उसकी तुलना दीमक से कर दी।
फासीवादी संगठन है आरएसएस।
दिग्विजय सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि कांग्रेस की लड़ाई आरएसएस व उसके जैसे संगठनों की फासीवादी विचारधारा से है। आरएसएस दीमक की तरह गुपचुप काम करता है और समाज में विभेद पैदा करता है। उसने कभी कोई आंदोलन नहीं किया। कभी आम आदमी के हितों की लड़ाई नहीं लड़ी।
हिन्दू धर्म कभी खतरे में नहीं रहा।
दिग्विजय सिंह ने कहा कि देश में ईसाई धर्म आया, इस्लाम आया पर हिन्दू धर्म को कोई खतरा नहीं हुआ। मुगलों का राज रहा, अंग्रेजों का शासन रहा पर हिन्दू धर्म को कभी खतरा नहीं रहा। अब हिन्दू धर्म खतरे में बताया जा रहा है। दरअसल ऐसा भ्रम इसलिए फैलाया जा रहा है ताकि आरएसएस जैसे संगठन अपनी विचारधारा को आगे ले जा सकें
और उसका राजनीतिक लाभ उठाया जा सकें। दिग्विजय सिंह ने कहा कि इस विचारधारा से लड़ना कांग्रेस के लिए सबसे बड़ी चुनौती है।