इंदौर : धार जिले से 29 नवम्बर को प्रारम्भ हुई जननायक टंट्या मामा की ‘क्रांति सूर्य गौरव कलश यात्रा’ शुक्रवार रात बेटमा के रास्ते इंदौर में दाखिल हुई। बेटमा चौराहे पर कैबिनेट मंत्री तुलसी सिलावट और बीजेपी नगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे ने कलश यात्रा का स्वागत करते हुए उसकी अगवानी की। वरिष्ठ नेता मधु वर्मा और नेता भी इस दौरान मौजूद रहे। कलश यात्रा के साथ टंट्या मामा के वंशज, उनके अनुयायी और आदिवासी समाज के लोग भी इंदौर पहुंचे। बाद में बीजेपी नेता दोपहिया वाहनों पर सवार होकर कलश यात्रा के आगे हो लिए। विधायक रमेश मेंदोला भी इनमें शामिल थे। शहरी सीमा में जगह- जगह बीजेपी नेताओं ने मंच लगा रखे थे। इन मंचों से पुष्पवर्षा कर कलश यात्रा का स्वागत किया गया। बेटमा से सिरपुर, चंदननगर, गंगवाल बस स्टैंड, राजमोहल्ला चौराहा से जवाहर मार्ग होते हुए गौरव कलश यात्रा प्रिंस यशवंत रोड से राजवाड़ा पहुंची। विधानसभा क्षेत्र क्रमांक तीन में विधायक आकाश विजयवर्गीय और उनके समर्थकों ने कलश यात्रा का जोरदार स्वागत किया। यहां राजवाड़ा चौक तक मंच लगाए गए थे, जहां से यात्रा पर फूल बरसाए गए।
यशवंत रोड पर सिलावट समर्थक मंजूर बेग और उनके साथियों ने गौरव कलश यात्रा का जोरदार स्वागत किया। राजवाड़ा चौक में कलश यात्रा पहुंची, तब तक रात के दस बज चुके थे। यहां कई मंचों से कलश यात्रा पर पुष्पवर्षा की गई। इसी के साथ जमकर आतिशबाजी भी की गई।
टंट्या मामा के वंशजों का किया सम्मान।
राजवाड़ा पर आयोजित समारोह में मंत्री तुलसी सिलावट, उषा ठाकुर और सांसद लालवानी ने टंट्या मामा के वंशजों का शॉल- श्रीफल भेंटकर सम्मान किया। इसके पूर्व टंट्या मामा के चित्र पर माल्यार्पण के साथ दीप प्रज्ज्वलन किया गया।
स्वागत भाषण विधायक आकाश विजयवर्गीय ने दिया। बाद में तमाम नेताओं ने आजादी की लड़ाई में टंट्या मामा और आदिवासी समाज के योगदान को याद किया। लगे हाथ वे कांग्रेस पर कटाक्ष करने से भी नहीं चूके की उसने आदिवासी समाज का इस्तेमाल केवल वोट बैंक के रूप में किया। टंट्या मामा जैसे जननायकों को वो सम्मान नहीं दिया, जिसके वे हकदार थे।
पहली बार नेता मंच पर खड़े रहे।
आमतौर पर नेता मंच पर आगे की पंक्ति में ठसने के लिए बेताब रहते हैं, लेकिन इस कार्यक्रम की अनोखी बात ये रही कि दोनों मंत्री तुलसी सिलावट और उषा ठाकुर सहित सभी बीजेपी नेता मंच पर पीछे की पंक्ति में खड़े रहे। प्रथम पंक्ति में टंट्या मामा के वंशजों को जगह दी गई थी। मंच पर मौजूद नेताओं में मंत्री द्वय सिलावट और उषा ठाकुर के साथ विधायक रमेश मेंदोला, मालिनी गौड़, आकाश विजयर्गीय, बीजेपी नगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे, सुदर्शन गुप्ता और अन्य वरिष्ठ नेता भी शामिल थे।
5- 7 सौ लोग ही रहे मौजूद।
तमाम कोशिश के बावजूद इंदौर पहुंची गौरव कलश यात्रा में भीड़ नहीं जुट पाई। ठंड का प्रकोप और यात्रा के देरी से इंदौर पहुंचने के कारण बीजेपी कार्यकर्ता भी ज्यादा नहीं जुट पाए। मार्ग में लगे कुछ मंचों पर तो स्वागत करने वाला ही कोई नहीं था। राजवाड़ा पर आयोजित कार्यक्रम में भी बमुश्किल 500- 700 सौ लोग ही मौजूद थे। पीछे की कुर्सियां खाली पड़ी रहीं। कुल मिलाकर जो मजमा जुटने की उम्मीद गौरव कलश यात्रा के जरिए की जा रही थी, वो पूरी नहीं हो पाई।