समारोह में राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु से मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्राप्त किया अवॉर्ड।
इंदौर ने सूरत के साथ संयुक्त रूप से जीता नंबर वन का खिताब।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इंदौरवासियों और स्वच्छता कर्मियों को दी बधाई।
इंदौर : इंदौर ने पुनः अपने स्वच्छता का परचम पूरे देश में लहरा दिया है, लगातार सातवीं बार इंदौर को देश का सबसे स्वच्छ शहर होने का खिताब प्राप्त हुआ।राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने नई दिल्ली में आयोजित स्वच्छ सर्वेक्षण पुरस्कार-2023 समारोह में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को यह अवॉर्ड प्रदान किया। इस अवसर पर नगरीय विकास एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, सांसद शंकर लालवानी, महापौर पुष्यमित्र भार्गव तथा नगर निगम आयुक्त श्रीमती हर्षिका सिंह उपस्थित रहे। इंदौर ने देश का सबसे स्वच्छ शहर होने का अवार्ड सूरत शहर के साथ साझा किया। इंदौर को गार्बेज फ्री सिटी होने पर 7 स्टार रेटिंग प्राप्त हुई है।
देश का दूसरे नंबर का सबसे स्वच्छ प्रदेश बना मप्र।
2023 में देश के सबसे स्वच्छ राज्यों की श्रेणी में मध्यप्रदेश ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया है। राज्य में 7 वॉटर प्लस शहर, 3 शहरों को ओडीएफ प्लस के साथ ही 7 शहरों को ओडीएफ का दर्जा मिला है। साथ ही ओडीएफ डबल प्लस निकायों की संख्या 361 हुई है। इंदौर सहित प्रदेश के 6 शहरों भोपाल, महू कैंट, बुधनी, अमरकंटक एवं नौरोजाबाद को भी स्वच्छता अवार्ड प्राप्त हुआ है। भारत का सबसे स्वच्छ कैंटोनमेंट का अवॉर्ड ‘महू कैंटोनमेंट बोर्ड’ को दिया गया।
मुख्यमंत्री यादव ने दी बधाई।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस बड़ी उपलब्धि पर इंदौर को बधाई देते हुए कहा कि इंदौरवासियों ने पुनः सिद्ध कर दिया है कि स्वच्छता न सिर्फ उनकी आदत बन चुकी है, बल्कि अब उनकी सोच में भी स्वच्छता है। स्वच्छता की इस सबसे बड़ी उपलब्धि पर मैं समस्त प्रदेशवासियों एवं स्वच्छता के कार्य में लगी पूरी टीम को बधाई देता हूं और अपील करता हूं कि स्वच्छता के लिए आपका यह जुनून कभी कम न हो। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के स्वच्छ भारत के सपने को साकार करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जो संकल्प लिया है, उसे पूरा करने के लिए मध्यप्रदेश सदैव कटिबद्ध है।