इंदौर : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को दिल्ली में अत्याधुनिक सुविधाओं से परिपूर्ण मध्यप्रदेश भवन का लोकार्पण किया।
मप्र भवन आध्यात्मिक परिपूर्णता का प्रतीक है।
इस मौके पर मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि हम तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। आज नया मध्यप्रदेश भवन भी यही दर्शाता है कि प्रदेश अब तेजी से विकास कर रहा है। यह केवल भवन नहीं है, इसमें मध्यप्रदेश की जनता की भावनाएं और आकांक्षाएं भी जुड़ी हैं।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि हमने तय किया था कि भवन में 108 कक्ष बनने चाहिए। योग शास्त्र में 108 अध्यात्मिक परिपूर्णता का प्रतीक है और वैदिक विज्ञान में भी 108 सृष्टि की संपूर्णता का ध्योतक है। ये भवन केंद्र और राज्य की सहअस्तित्व की भावना को और मजबूत करने का काम करेगा।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मप्र भवन में कला और सांस्कृतिक धरोहरों को कोलाज, मूर्ति और चित्रों के माध्यम से उत्कृष्ट रूप से प्रदर्शित किया गया है। बाह्य स्वरूप कंदरिया महादेव, महाकालेश्वर मंदिर, सांची व बादल महल के साथ जनजातीय कलाकृतियों के त्रिआयामी स्वरूपों से सुशोभित है। उन्होंने कहा कि हमारी कोशिश होगी कि मध्यप्रदेश भवन का आवश्यकता पड़ने पर प्रदेश के नागरिक भी लाभ उठा सकें। गंभीर बीमारी का इलाज कराने आने वाले मप्र के मरीज और सिविल सेवा की भर्ती परीक्षा में आने वाले छात्रों को लाभ मिले, इस तरह की सुविधाएं विकसित करने का काम करेंगे।