नेता प्रतिपक्ष चिंटू चौकसे ने लगाया आरोप।
नाला टेपिंग में भारी भ्रष्टाचार का भी लगाया आरोप।
महापौर भार्गव द्वारा गिनाई उपलब्धियों पर खड़े किए सवाल।
इंदौर : महापौर पुष्यमित्र भार्गव द्वारा अपने कार्यकाल का एक वर्ष पूरा होने पर गिनाई गई उपलब्धियों के बाद निगम परिषद में नेता प्रतिपक्ष चिंटू चौकसे ने महापौर भार्गव की नाकामियां बताते हुए उनके नवाचारों के दावे की खिल्ली उड़ाई। नेता प्रतिपक्ष ने आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्षदों के वार्डों के साथ भेदभाव किया जा रहा है। उनके काम नहीं किए जा रहे हैं।
एक भी वादा पूरा नहीं किया।
नेता प्रतिपक्ष चिंटू चौकसे ने दावा किया कि महापौर व बीजेपी शासित निगम परिषद बीते एक वर्ष में अपना कोई भी वादा पूरा नहीं कर पाई है। जो भी काम गिनाए जा रहे हैं, वो पिछली परिषद के समय से चल रहे थे। वर्तमान महापौर व निगम परिषद के खाते में कोई भी उपलब्धि दर्ज नहीं है। उन्होंने कहा कि शहर में 15 नए पुलों का निर्माण, 15 नए हॉकर जोन, प्रत्येक वार्ड में संजीवनी क्लीनिक जैसे कई वादे हैं जो धरातल पर नहीं उतरे।
पूरा शहर खुदा पड़ा है, बीमारियां फैल रही हैं।
चिंटू चौकसे ने कहा कि ऐन बारिश के मौसम में सारे शहर को खोद कर रख दिया गया है।सड़कों पर इतने गड्ढे हैं की लोगों को वहां चलाना और पैदल चलना तक मुश्किल हो गया है। गड्ढों में भरे पानी में गिरने से बच्चों की जानें जा रहीं हैं। सीवरेज और पेयजल की लाइनें लीकेज होने से नलों में दूषित पानी आ रहा है, जिससे लोग बीमार हो रहे हैं।कई इलाकों में तो हैजा तक फैलने लगा है।
नाला टेपिंग में हुआ भारी भ्रष्टाचार।
नेता प्रतिपक्ष चिंटू चौकसे ने आरोप लगाया कि इस निगम परिषद ने भ्रष्टाचार के नए रिकॉर्ड स्थापित किए हैं। नाला टेपिंग जैसी गैरजरूरी योजना पर करोड़ों रुपए पानी की तरह बहा दिए गए।इसमें करोड़ों की बंदरबांट हुई। नाला टेपिंग का असर ये हुआ की एक, दो इंच बारिश में ही शहर डूबने लगता है। उन्होंने कहा कि जिन 120 कॉलोनियों को वैध किया गया उनमें नक्शे मंजूर नहीं किए जा रहे हैं।
ये उठाए सवाल :-
नेता प्रतिपक्ष चिंटू चौकसे ने कहा कि इंदौर की जनता त्रस्त है और महापौर व उनकी मंडली मस्त है।उन्होंने महापौर से कई सवाल करते हुए उनसे जवाब -तलब किया है।
चिंटू चौकसे ने सवाल उठाया कि इंदौर शहर की जनता कब तक दूषित पानी पीने के लिए अभिशप्त होगी, कब उसे इस समस्या से निजात मिलेगी, इसका जवाब महापौर को देना चाहिए।
नलों में पर्याप्त प्रेशर से पानी कब आएगा, जानता इसकी राह देख रही है..?
एक – दो इंच बरसात में ही शहर की सड़कें डूबने का खामियाजा लोग कब तक भुगतेंगे..?
नवाचार की बजाए सदाचार की भावना से महापौर कब काम करेंगे..?
नेता प्रतिपक्ष के साथ मौजूद कांग्रेस पार्षद अनवर दस्तक, अनवर कादरी, रूबीना इकबाल खान और अन्य पार्षदों ने भी उनके वार्डों की समस्याओं की ओर ध्यान आकृष्ट करते हुए कहा कि महापौर भार्गव और बीजेपी शासित निगम परिषद उनके वार्डों के साथ भेदभाव कर रही है, जिसका खामियाजा जनता को भुगतना पड़ रहा है।