नारी की सहनशीलता, संयम और दृढ़ता की अनूठी दास्तां है नानीबाई के मायरे की कथा

  
Last Updated:  June 14, 2024 " 03:22 pm"

अंबिकापुरी स्थित खाटू श्याम धाम के वार्षिकोत्सव में महायज्ञ जारी।

खाटू श्याम अखाड़े के अनेक महामंडलेश्वर आए।

इंदौर : भगवान न तो कोई जाति देखते हैं, न धर्म। वे युग और योनि भी नहीं देखते। वे तो पशुओं पर भी कृपा करने में देर नहीं करते। जीव मात्र की रक्षा करना भगवान का पहला स्वभाव है। कमी है तो हमारी भक्ति और श्रद्धा में। नानीबाई भारतीय समाज की ऐसी महिला है, जिन्होंने अपनी करूणा, भक्ति और श्रद्धा से भगवान का भी दिल जीत लिया। नारी की सहनशीलता संयम और दृढ़ता की अनूठी दास्तां है नानीबाई के मायरे की कथा। भगवान तो प्रत्येक क्षण अपनी कृपा, करुणा और दया की वर्षा करने के लिए तैयार रहते हैं, हम ही अपनी भक्ति और श्रद्धा में कंजूसी करते हैं।

ये दिव्य विचार हैं श्याम प्रिया मुस्कान शर्मा के, जो उन्होंने गुरुवार को अंबिकापुरी स्थित खाटू श्याम मंदिर पर चल रहे 26वें वार्षिकोत्सव में नानीबाई के मायरे की संगीतमय कथा के शुभारंभ सत्र में मायरे की कथा और नानीबाई की भक्ति का भावपूर्ण चित्रण करते हुए व्यक्त किए। मंदिर पर बुधवार से ही खाटू श्याम महायज्ञ भी चल रहा है। गुरुवार को खाटू श्याम अखाड़े की ओर से महामंडलेश्वर ऋषिदास महाराज, महामंडलेश्वर कवितादास, महामंडलेश्वर नलिनीदास, महामंडलेश्वर पंकजदास एवं महामंडलेश्वर गोपालदास महाराज के सानिध्य में सुबह खाटू श्याम महायज्ञ एवं दोपहर में नानीबाई के मायरे की कथा प्रारंभ हुई। संयोजक महंत नीलू बाबा ने बताया कि इस अवसर पर मुख्य यजमान विजय कालानी, राजकिशोर शर्मा, रोशनलाल कुमावत आदि ने सपत्नीक व्यासपीठ का पूजन किया। भक्त मंडल की ओर से श्याम सुंदर सोनी, अनिल सोनी, धीरेन्द्र जायसवाल, ललित चावड़ा, मलखानसिंह ठाकुर, अशोक सोलंकी और मातृशक्ति की ओर से श्रीमती चंदा अग्रवाल, मालती जायसवाल, गंगा जैन, दीपा चौहान आदि ने सभी महामंडलेश्वरों एवं खाटू श्याम की कथा सुना रही मुस्कान शर्मा का स्वागत किया। आज भी मंदिर स्थित श्याम बाबा का मनोहारी श्रृंगार भक्तों में आकर्षण एवं श्रद्धा का केन्द्र बना रहा।

गंगा दशहरे पर गोमाता एवं गंगा मैया का पूजन।

महंत नीलू बाबा ने बताया कि मंदिर पर वार्षिकोत्सव का यह दिव्य आयोजन 18 जून तक जारी रहेगा। इस दौरान रविवार 16 जून को गंगा दशहरे के उपलक्ष्य में गोमाता एवं गंगा मैया का पूजन दोपहर 12 बजे किया जाएगा। सोमवार 17 जून को निर्जला एकादशी पर कथा का समापन एवं दीपदान महायज्ञ होगा। शाम 7.30 बजे बाबा की आरती, विशेष श्रृंगार एवं पवित्र ज्योत के दर्शन होंगे। मंगलवार 18 जून को खाटू श्याम महायज्ञ की पूर्णाहुति सुबह 11 बजे होगी तथा 11.30 बजे बाबा की पवित्र ज्योत के दर्शन होंगे। सांय 7 बजे महाआरती के बाद विशाल भजन संध्या एवं प्रसाद वितरण के साथ समापन होगा।

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