इंदौर : सीएम शिवराज ने कमलनाथ द्वारा उन्हें नालायक कहे जाने पर जोरदार पलटवार किया। शनिवार शाम सांवेर में 24 सौ करोड़ की नर्मदा उद्वहन परियोजना का शुभारंभ करते हुए सीएम शिवराज ने कमलनाथ को जमकर आड़े हाथों लिया। उन्होनें कहा कि जनता ने सिंधिया को देखकर कांग्रेस को वोट दिया था पर कांग्रेस ने सीएम की कुर्सी कमलनाथ को दे दी। शिवराज ने अपने उद्बोधन में विभिन्न योजनाओं का हवाला देकर कमलनाथ पर खूब तंज किए।
किसानों के साथ किया छलावा।
सीएम शिवराज ने कमलनाथ के नालायक वाले बयान पर खूब चुटकियां ली। उन्होंने कहा कि कमलनाथ इतने लायक हैं कि कर्ज माफी के नाम पर किसानों के साथ छलावा किया, सहकारी बैंकों का पैसा नहीं दिया, किसानों के बीमें का प्रीमियम नही भरा, बेटे- बेटियों के पैसे खा गए। सम्बल, तीर्थदर्शन सहित सारी योजनाएं बन्द कर दी। हमने किसानों के बीमें का प्रीमियम भरा, उनके खाते में 4600 करोड़ रुपए डाले। किसान सम्मान निधि में 4 हजार रुपए अपनी ओर से जोड़ दिए। प्रदेश में 37 लाख अतिरिक्त गरीब परिवारों के नाम जोड़कर उन्हें अनाज उपलब्ध कराया जा रहा है। फिर भी हम नालायक हैं। शिवराज ने कमलनाथ पर तंज कसते हुए कहा कि सांवेर के लिए नर्मदा परियोजना 4 अगस्त को हमने मंजूर की और अब उसपर काम भी शुरू हो गया है पर कमलनाथ कहते हैं परियोजना हम लेकर आए। झूठ बोलने में उनकी कोई जोड़ नहीं है। शिवराज ने कहा कि फसल खराब हो जाए तो किसान फिक्र न करें, सर्वे करवाकर उनके नुकसान की भरपाई की जाएगी। सीएम शिवराज ने किसानों के लिए नई फसल बीमा योजना लाने का भी ऐलान किया। उन्होंने सांवेर की जनता से आग्रह किया कि वे तुलसी सिलावट को जिताकर कांग्रेस को करारा जवाब दें। विकास के काम में पैसे की कमीं नहीं आने दी जाएगी।
4 घंटे देरी से पहुंचे सीएम, पीछे की कुर्सियां हो गई खाली।
बीजेपी ने कार्यक्रम में सांवेर के गांव- गांव से लोगों को कार्यक्रम स्थल पर इकट्ठा किया था। पोस्टर पर कार्यक्रम का समय 12 बजे अंकित था। उसी के अनुरूप लोग कार्यक्रम स्थल पर पहुंचना शुरू हो गए थे। बाद में पार्टी की ओर से बताया गया कि सीएम दोपहर 2 बजे तक पहुंचेंगे। इंतजार बढ़ता रहा और सीएम शिवराज, ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ शाम 4 बजे कार्यक्रम स्थल पहुंचे, तब तक लोगों का पलायन शुरू हो गया था। हालांकि कार्यक्रम में तब भी लगभग 10 से 12 हजार लोग मौजूद थे। सीएम शिवराज सबसे अंत में बोले, तब तक पांडाल में पीछे की कुर्सियां खाली हो गई थीं। महिलाओं की कार्यक्रम में उपस्थिति जरूर देखने लायक रही।