इंदौर: बुधवार को गंजी कम्पाउंड क्षेत्र के जिस जर्जर मकान को लेकर हुए विवाद और मारपीट की घटना में विधायक आकाश विजयवर्गीय को जेल की हवा खानी पड़ी, उस मकान के किराएदारों ने गुरुवार को पत्रकार वार्ता के जरिये अपना पक्ष रखा। उनका कहना था कि निगम अधिकारी- कर्मचारी मकान मालिक के साथ मिलकर उन्हें जबरन बेदखल करना चाहते थे। निगम अधिकारियों- कर्मचारियों ने घर की महिलाओ को घसीटकर बाहर निकाला उनके साथ बदसलूकी की और अपशब्द कहे। विधायक आकाश विजयवर्गीय तो उनके बचाव में आगे आए थे। उन्होंने जो भी कदम उठाया बदसलूकी की शिकार महिलाओं की रक्षा के लिए था।
पुलिस ने नहीं लिखी रिपोर्ट।
पीड़ित महिलाओं का कहना था कि वे बदसलूकी करने वाले निगम अधिकारियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करवाने एमजी रोड थाने पहुंची थी लेकिन उनकी बात नहीं सुनी गई और उन्हें थाने से भगा दिया गया।
कांग्रेस नेताओं के इशारे पर तोड़ा जा रहा मकान।
पीड़ित किराएदार परिवार के साथ आए वकील भूपेंद्र सिंह कुशवाह ने कहा कि उनका पक्षकार परिवार जिस मकान में निवास करता है वह अच्छी हालत में है। उसके गिरने का कोई खतरा नहीं है। मकान मालिक कांग्रेस नेता और मकान मालिक, निगम अधिकारियों पर दबाव बनाकर मकान तुड़वाना चाहते हैं ताकि उसपर कब्जा किया जा सके। अभिभाषक भूपेंद्र कुशवाह के अनुसार पुलिस ने उनके पक्षकार की रिपोर्ट दर्ज नहीं कि तो वे न्यायालय की शरण लेंगे।