कीर्ति राणा : कोरोना के बढ़ते संक्रमण से निपटने और भविष्य के लिए इंतजाम और बेहतर करने के लिए रेसीडेंसी कोठी में भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के नेतृत्व में ऐसी पहली बैठक हुई जिसमें लीडरशिप की क्वालिटी तो नजर आई ही साथ ही ऑक्सीजन, रेमडेसीवीर इंजेक्शन और अस्पतालों में बेड जैसी परेशानियों का हाथोंहाथ निदान भी होता गया।
कोरोना की दूसरी और अधिक घातक लहर के बाद से इंतजामों को लेकर इससे पहले जितनी भी बैठकें हुईं, उसमें सारे सूत्र अधिकारियों के हाथ में रहते थे।जनप्रतिनिधि कम ही बोल पाते थे।बंगाल चुनाव में व्यस्त रहने के बाद भी वहीं से अपने स्तर पर व्यवस्था बेहतर बनाने में सहयोग करने वाले भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने इंदौर लौटने के दूसरे ही दिन रेसीडेंसी में संभागायुक्त, कलेक्टर, डीआईजी और जन प्रतिनिधियों के साथ बैठक की। बैठक के सूत्र विजयवर्गीय के हाथ में ही रहे।अधिकारियों से उन्होंने व्यवस्था करने में आ रही परेशानियां तो सिलसिलेवार पूछी ही, हर समस्या हाथोंहाथ हल भी करते रहे। कभी ऑक्सीजन तो कभी रेमडेसीवीर इंजेक्शन का कोटा बढ़ाने तो कभी भविष्य में संकट गहराने पर अस्पतालों में बेड बढ़ाने पर बात की। सरकारी अस्पतालों की अपेक्षा निजी अस्पतालों में रेमडेसीवीर इंजेक्शन के अभाव में बढ़ रही मरीजों की परेशानी दूर करने के लिए निजी अस्पतालों को अब अधिक मात्रा में इंजेक्शन मिल सकेंगे।
अब रिलायंस से 100 टन ऑक्सीजन और पीथमपुर से 1500 सिलेंडर हर रोज मिलेंगे ।
अधिकारियों ने उनके सामने ऑक्सीजन की कमी की बात रखी तो विजयवर्गीय ने तत्काल मीटिंग में ही रिलायंस इंडस्ट्रीज के अनंत अंबानी को कॉल किया। उनके प्रयास से रिलायंस इंदौर को अभी तक 60 टन ऑक्सीजन दे रहा था। उन्होंने फोन पर ही इंदौर के लिए 40 टन और ऑक्सीजन देने के लिए राजी कर लिया। अब रिलायंस के प्लांट से इंदौर को रोज 100 टन ऑक्सीजन मिल सकेगी।उनके प्रयास से पीथमपुर से संजय अग्रवाल इंदौर को रोज ऑक्सीजन के एक हजार सिलेंडर निशुल्क दे रहे थे। कैलाश जी ने उनसे फिर चर्चा की अब वे एक हजार की जगह रोज 1500 सिलेंडर देंगे। एक अन्य मित्र करण मित्तल भी उनके आग्रह पर 30 टन ऑक्सीजन रोज देने के लिए राजी हो गए हैं। खास बात ये है कि इसमें से 8 टन लिक्विड ऑक्सीजन है।
निजी अस्पतालों को अधिक संख्या में मिल सकेंगे रेमडेसीवीर।
प्रायवेट अस्पतालों के मरीजों को रेमडेसीवीर की कमी का मुद्दा उठा तो उन्होने तत्काल स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव मोहम्मद सुलेमान को कॉल किया।अभी तक सरकारी अस्पतालों में रेमडेसीवीर का तीन दिन का स्टॉक रखा जाता था। प्रायवेट और सरकारी अस्पतालों में वितरण के इस असंतुलन को कैलाश जी ने एक झटके में दूर कर दिया। सुलेमान से चर्चा कर उन्होंने इसे तीन दिन की जगह एक दिन का करने का निर्देश जारी करवा दिया।इससे निजी अस्पतालों में भर्ती मरीजों को ज्यादा संख्या में रेमडेसीवीर मिल सकेंगे। लगे हाथ निजी अस्पतालों को 1500 इंजेक्शन जारी भी कर दिए गए।
विजयवर्गीय के प्रयास से मायलेन इंडिया के नरेश इंदौर के लिए रोज एक हजार इंजेक्शन्स भेज रहे थे। जब उन्हें कॉल कर एक की जगह 2 हजार इंजेक्शन रोज भेजने का आग्रह किया तो उन्होंने भी तत्काल इसे स्वीकार कर लिया।
समस्या और गंभीर हुई तो एक हजार बेड और बढ़ाने का प्लान भी तैयार ।
भविष्य में यदि समस्या और गंभीर हुई तो मेडिकल सुविधाओं में वृद्धि भी जरूरी होगी।कैलाश जी ने अधिकारियों से कहा कि हमें अगले 7 दिन में इंदौर में कोविड के उपचार के लिए एक हजार अतिरिक्त बेड की व्यबस्था करना है। एमवायएच की दो मंजिल, इएसआई, सेवाकुंज,चाचा नेहरू बाल चिकित्सालय, गीताभवन और अन्य अस्पतालों में मिलाकर अगले हफ्ते तक 100 आईसीयू बेड सहित एक हजार बेड की व्यवस्था की जाएगी।