पूछता है भारत: क्या नाइक परिवार को न्याय मिलेगा…?

  
Last Updated:  November 5, 2020 " 02:43 pm"

♦️ डॉ. प्रकाश हिन्दुस्तानी ♦️

कहानी की शुरुआत मैं करता हूं रिपब्लिक टीवी की स्थापना के समय से। 2017 में रिपब्लिक टीवी की स्थापना की गई और यह तय हुआ कि मुंबई के वर्ली एरिया के पास रिपब्लिक टीवी का भव्य स्टूडियो और ऑफिस बनाया जाए। इस भव्य ऑफिस के इंटीरियर के लिए ठेका दिया गया कॉन्कॉर्ड इंटीरियर कंपनी को।
यह इंटीरियर कंपनी थी अन्वय नाइक नाम के सज्जन की। उनका दफ्तर भी उसी इलाके में सेनापति बापट मार्ग पर है। अर्नब की कंपनी ने इस कंपनी को ठेका दिया। करोड़ों का काम था। कई महीनों की दिन रात मेहनत और काफ़ी खर्च के बाद पूरा काम हो गया। रिपब्लिक का कार्यालय खुल गया, लेकिन कहा जाता है कि अर्नब की कंपनी ने नाइक की कंपनी को उसका भुगतान नहीं किया। देना थे 5 करोड़ 40 लाख रुपये।
यह नाइक के लिए बहुत बड़ी धन राशि थी। नाइक बार-बार आग्रह करते रहे और कहते रहे कि हमने जो काम किया है, उसका भुगतान करिए, हमें भी और लोगों को भुगतान करना है, लेकिन अंततः अर्नब एन्ड कंपनी ने जिस 5 करोड़ 40 लाख रुपए का भुगतान करना था, नहीं किया।नाइक की पत्नी अक्षता का आरोप है कि इंटीरियर डिज़ाइन करने वाली कंपनी ने सैकड़ों लोगों को दिन-रात काम पर लगाया और युद्ध स्तर पर काम किया, लेकिन जब पेमेंट की बात आई तो अर्नब गोस्वामी ने पैसा नहीं दिया। परेशान होकर 53 वर्ष के अन्वय नाइक ने 2018 में रायगढ़ जिले के अपने फार्म हाउस में अपनी मां के साथ आत्महत्या कर ली।
उनकी मां थी कुमुद नाइक और उनकी उम्र 86 साल। यह फार्म हाउस अलीबाग के पास था जो रायगढ़ जिले में आता है, इसलिए यह मामला अलीबाग पुलिस को सौंपा गया। अब नाइक की पत्नी का यह कहना है कि अर्नब गोस्वामी बहुत प्रभावशाली आदमी है और दिन-रात चैनल पर किसी के भी खिलाफ कुछ भी बोल सकते हैं। सरकार भी उनसे डरती है, इसलिए पुलिस ने पर इस पूरे मामले की जांच नहीं की। उनकी पत्नी का यह भी आरोप है कि रायगढ़ जिले के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी आत्महत्या के लिए प्रेरित करने वालों को पूरी तरह से संरक्षण दे रहे हैं।टाइम्स ऑफ इंडिया में 7 मई दो हजार अट्ठारह को छपी खबर के अनुसार आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला केवल अर्नब के खिलाफ ही नहीं था क्योंकि आत्महत्या करने वाले मां-बेटों ने जिन लोगों के नाम लिखे थे उसमें अर्नब गोस्वामी, फिरोज शेख और नीतीश नामक तीन लोगों के नाम थे।
अन्वय की पत्नी ने इन तीनों को अन्वय और उनकी माँ की आत्महत्या के लिए दोषी बताया था।नाइक और उनकी मां काविल गांव में जो अलीबाग तहसील में है मृत पाए गए थे। नाइक ने सीलिंग पंखे से लटक कर आत्महत्या कर ली थी, जबकि उनकी मां का शव बिस्तर के पास मिला था। नाइक की पत्नी अक्षता का कहना है। कि उस वक्त वह अपने मुंबई निवास पर थी। जब शिकायत दर्ज की गई थी तब मई 2018 में रिपब्लिक टीवी की तरफ से प्रेस नोट जारी किया था कि कुछ लोगों का ग्रुप है जो नहीं चाहता कि हमारी कंपनी प्रेस की आजादी के लिए निष्पक्षता से काम करे, इसलिए हमें झूठे मामलों में फंसाया जा रहा है। हमारी कंपनी ने किसी का पैसा खाया नहीं है। इसलिए इस तरह के आरोप बेबुनियाद हैं।
नाइक की पत्नी की शिकायत पर फाइल रिओपन कर मामले की जांच शुरू की गई। सुसाइड नोट में नाइक ने अर्णब का भी नाम लिखा था, इसलिए उनकी गिरफ्तारी की गई। फिलहाल अर्णब को 18 नवम्बर तक न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।

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