प्रदेश में युवाओं को लाइफ स्टाइल जनित बीमारियों से बचाने की पहल

  
Last Updated:  June 17, 2024 " 06:30 pm"

युवाओं के किए जाएंगे प्रीवेंटिव हेल्थ केयर टेस्ट।

हेल्दी मध्यप्रदेश इनिशिएटिव की मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने की शुरुआत।

इंदौर : ‘हेल्थ ऑफ इंदौर’ का किसी भी एक शहर में किया गया विश्व का सबसे बड़ा प्रीवेंटिव हेल्थ केयर सर्वे है। इसके नतीजे चिंताजनक रहे हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए अब मध्यप्रदेश के युवाओं के प्रीवेंटिव हेल्थ केयर टेस्ट किए जाएंगे। हेल्दी मध्यप्रदेश इनिशिएटिव अभियान की शुरुआत रविवार को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने की। इस अभियान के तहत प्रदेश भर के युवाओं को लाइफस्टाइल जनित बीमारियों से बचाने के लिए प्रीवेंटिव हेल्थ के टेस्ट किए जाएंगे। आवश्यक होने पर डॉक्टर कंसल्टेशन एवं लाइफ स्टाइल बेहतर करने के लिए मार्गदर्शन दिया जाएगा।

स्वस्थ्य शरीर से ही आध्यात्मिक उन्नति संभव।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस अभियान की तारीफ करते हुए कहा स्वस्थ शरीर से ही आध्यात्मिक उन्नति संभव है। इससे पहले हेल्थ ऑफ इंदौर अभियान के तहत शहर के ढाई लाख लोगों के टेस्ट किए गए थे, जिसमें से करीब आधी आबादी गंभीर बीमारियों का शिकार हो सकती है। इस संदर्भ में जनवरी 2024 में तत्कालीन केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मांडवीया की उपस्थिति में एक कार्यक्रम हुआ था। इंदौर के प्रीवेंटिव हेल्थ केयर मॉडल को देश भर में ले जाने की बात भी मंत्री जी ने कही थी। कार्यक्रम में उपस्थित नगरीय प्रशासन विकास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने इस अभियान की तारीफ की और स्वस्थ रहने पर बल दिया।

युवाओं के होंगे प्रीवेंटिव हेल्थ केयर टेस्ट।

कार्यक्रम में सांसद शंकर लालवानी ने कहा कि मध्यप्रदेश के युवाओं को स्वस्थ्य रखने के लिए प्रदेश भर में प्रीवेंटिव हेल्थ केयर टेस्ट किए जाएंगे। इस अभियान की शुरुआत इंदौर से मुख्यमंत्री ने की है। डॉ. विनीता कोठारी ने कहा कि इंदौर में जो सर्वे हुआ है उसके नतीजे चिंताजनक हैं। खासकर युवाओं के हेल्थ पैरामीटर पर तुरंत एक्शन लेने की जरूरत है। इसलिए अब हेल्दी मध्यप्रदेश इनीशिएटिव लॉन्च किया गया है। 18 से 30 वर्ष की आयु के 30 हजार युवाओं में हर चौथा युवा प्री डायबिटीज स्टेज पर पाया गया। साथ ही 7.34 प्रतिशत युवाओं में थायराइड की समस्या सामने आई। करीब दो फीसदी लोगों का क्रेटिनाइन का लेवल बढ़ा हुआ था। वही 10% से ज्यादा युवा लीवर की बीमारी का शिकार हो सकते हैं, उनका एसजीपीटी का लेवल बढ़ा हुआ आया। 39.50% लोगों का कोलेस्ट्रॉल बढ़ा हुआ आया है। 34 फ़ीसदी में ब्लड प्रेशर की समस्या सामने आई। साथ ही बॉडी मास इंडेक्स यानी बीएमआई लेवल करीब साढे 33% युवाओं का ज़्यादा आया। करीब 18 प्रतिशत युवाओं में मोटापे की समस्या पाई गई।

वरिष्ठ कैंसर सर्जन डॉ. अरुण अग्रवाल ने युवाओं में कैंसर के बढ़ते मामलों का संबंध लाइफ स्टाइल से होना बताया।

हेल्थ ऑफ इंदौर का अभियान सांसद सेवा संकल्प, सेंट्रल लैब, रेड क्रॉस सोसाइटी एवं इंडियन मेडिकल एसोसिएशन द्वारा मिलकर चलाया गया था।

कार्यक्रम में जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, महापौर पुष्यमित्र भार्गव, इंदौर के विधायकगण, महापौर परिषद के सदस्य, पार्षदगण, अन्य वरिष्ठजन तथा इंदौर के गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

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