इंदौर : दो करोड़ की संपत्ति को बेचने के लिए फर्जी दस्तावेज तैयार करने वाले गिरोह का क्राइम ब्रांच इंदौर ने खुलासा किया है। गिरोह के धोखा धडी करने वाले चार शातिर आरोपी पकड़ लिए गए हैं। आरोपियों के विरुद्ध शहर के विभिन्न थानों में पहले से कई अपराध पंजीबद्ध हैं। आरोपीगण फर्जी आधारकार्ड बनाकर धोखा-धडी से लोगों के प्लॉट व सम्पत्ति की रजिस्ट्री कर देते थे।
ये था मामला।
क्राइम ब्रांच की टीम को आवेदिका संगीता पति चंद्रकांत दवे निवासी राजश्री अपोलो प्रेमनगर इंदौर द्वारा शिकायत की गई थी कि मेरे नाम पते के आधार कार्ड पर किसी दूसरी महिला का फोटो लगा हुआ, एक नया आधारकार्ड प्राप्त हुआ है, जिसकी जांच की जाए।
क्राइम ब्रांच की टीम ने फरियादी की शिकायत पर जांच करते हुए पाया की 1.आरोपी लक्ष्मी ठाकुर पति सुरेश ठाकुर निवासी संजय गांधी नगर ने अपने आधार कार्ड पर फरियादी का नाम व पता अपडेट करवाया और साथी 2.आरोपी अजय उर्फ पिंटू पाल पिता भैय्या लाल निवासी कुलकर्णी भट्टा,परदेशीपुरा के द्वारा अपना मोबाइल नंबर अपडेट करवाया जिसमें 3.आरोपी गजेंद्र उर्फ गज्जू पिता सज्जन सिंह पंवार निवासी सुरज नगर खजराना द्वारा प्लॉट की फर्जी रजिस्ट्री तैयार की गई और साथी आरोपी 4.भीम सिंह यादव पिता बाबूलाल निवासी राम कृष्ण बाग कॉलोनी खजराना इंदौर ने गजेंद्र सिंह पंवार के साथ मिलकर फरियादी के स्कीम no.74 विजय नगर स्थित दो करोड़ के प्लॉट को बेचने के लिए कूट रचित दस्तावेज तयार करवाए। फरियादी के प्लॉट को बेचने वाले चारों आरोपियों को क्राइम ब्रांच ने हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की तो उन्होंने अपना गुनाह कबूल कर लिया। चारो आरोपियों के विरुद्ध थाना क्राइम ब्रांच में फरियादिया द्वारा अपराध क्रमांक 26/21 धारा 420,467,468, 120बी भादवि पंजीबद्ध कराया गया थाl आरोपियों को गिरफ्तार करने के साथ आगे पूछताछ की जा रही है। इसमें उनके अन्य साथीदरों के नामों का खुलासा होने की भी सम्भावना है।