बच्चों पर न हो प्रेशर, मस्ती के मूड में उन्हें दी जाए शिक्षा – कुलपति डॉ. रेणु जैन

  
Last Updated:  June 1, 2022 " 08:48 pm"

इंदौर प्रेस क्लब में 5 दिवसीय लहरी की कार्टूनशाला का शुभारंभ।

इंदौर : मुझे बच्चों की इस कार्टून शाला में आकर ऐसा लगा कि कितना सरल होता है बचपन। किसी भी शाला या पाठशाला में प्रेशर नहीं होना चाहिए। हमेशा मस्ती के मूड में सीखने और सिखाने का अवसर होना चाहिए। हर बच्चे में एक विशेष गुण होता है, जिससे वह कामयाबी हासिल कर सकता है। यह बात देवी अहिल्या विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ. रेणु जैन ने कही। डॉ. जैन इंदौर प्रेस क्लब में आयोजित 5 दिवसीय लहरी अंकल की कार्टूनशाला के शुभारंभ अवसर पर बोल रही थी।
उन्होंने कार्टूनशाला में उपस्थित बच्चों को कहा कि अपने संकल्प से अपनी कमियों को दूर कर आगे बढ़ें। हमारी दृढ़ इच्छा ही हमें आगे बढऩे का मौका प्रदान करती है।आपको साहस के साथ हर काम करना है। हमेशा न्याय के लिए लडऩा होगा। अन्याय को कभी सहन न करें। कोई गलत बात हो तो उसे दबाना नहीं, बताना चाहिए। लालच से बचने के लिए संकल्प शक्ति का सहारा ले। अहंकार को कभी भी जीवन में ना आने दे। हमेशा बड़ों का सम्मान करें। कार्टून बनाना भी एक कला है। आप बच्चे ही भारत का भविष्य हैं। खूब मेहनत करें और आगे बढ़ें।

सीखने का जज्बा रखें।

बच्चों के लिए मस्ती की कार्टूनशाला में कार्टून सिखाने आए ख्यात कार्टूनिस्ट इस्माइल लहरी ने बच्चों को स्पष्ट कह दिया की यह कोई स्कूल जैसी क्लास नहीं है। यहां आप फुल मस्ती और एंजॉय के साथ कार्टून बनाना सीखेंगे। बेझिझक होकर आप इस कला की जानकारी ले सकेंगे। हमें खेल और मस्ती के साथ कार्टून बनाना है। सीखनें का जज्बा हमेशा बनाएं रखना है। यह कला आपको हमेशा काम आएगी क्योंकि यह आपको रोजगार के साथ ख्याति भी दिलाएगी। सीखने के लिए आप में आत्मविश्वास बेहद जरूरी है।

सरल तरीके से कार्टून बनाना सिखाया।

लहरी ने बच्चों को अंडा, चोकोर, समोसे के आकार से सुंदर-सुंदर चेहरे बनाना सिखाया। उन्होंने बताया कि कम से कम रबड़ का इस्तेमाल करें। जैसा बनता है वैसा ही बनाने की कोशिश करें।

चित्रकार शुभा ताई वैद्य ने भी बच्चों को किया मोटिवेट।

इस अवसर पर बच्चों को मोटिवेट करने के लिए प्रसिद्ध चित्रकार शुभा ताई वैद्य भी कार्टूनशाला में पधारी। उन्होंने बच्चों के हाल-चाल जानने के बाद सरल भाषा में पेंटिंग की बारीकियों से अवगत कराया।उन्होंने बताया कि पेंटिंग बनाने से पहले चेहरे,उसके हाव-भाव व पहनावा को ध्यान में रखे। कोई भी कला आपको एक अच्छी बड़ी पहचान दिला सकती है। इसीलिए किसी भी कला को सीखने में जी तोड़ मेहनत करें। आपको सफलता अवश्य मिलेगी।

कार्टूनशाला के शुभारंभ पर स्वागत भाषण देते हुए प्रेस क्लब अध्यक्ष अरविंद तिवारी ने कहा कि पिछले कई वर्षों से हम कार्टूनशाला का आयोजन करते आ रहे हैं, लेकिन कोरोना काल के चलते विगत दो वर्षों से यह आयोजन नहीं हो पा रहा था। इस कार्टून शाला के माध्यम से बच्चे ड्राइंग कला के साथ अन्य क्रिएटिविटी से भी अवगत होंगे।
कार्टूनशाला में मुख्य अतिथि के रूप में पधारी कुलपति डॉ. रेणु जैन और कार्टूननिस्ट और प्रशिक्षक इस्माइल लहरी का स्वागत प्रेस क्लब महासचिव हेमंत शर्मा और कोषाध्यक्ष संजय त्रिपाठी ने किया। इस अवसर पर प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले बच्चे और उनके अभिभावक मौजूद थे।

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