एक ही दिन में 4 से 5 लाख लोगों ने किए दर्शन।
महाकाल लोक की अद्भुत छटा निहारकर लोग हुए मंत्रमुग्ध।
उज्जैन : नए वर्ष के पहले दिन भगवान महाकालेश्वर के दर्शन के लिए लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। न केवल महाकालेश्वर मंदिर, बल्कि महाकाल लोक का अलौकिक साक्षात्कार करने के लिए भी लोगों का मजमा लगा रहा। मंदिर प्रशासन द्वारा सुगम दर्शन के लिए की गई व्यवस्थाओं के कारण आम श्रद्धालुओं को अधिक समय दर्शन के लिए इंतजार नहीं करना पड़ा । एक से डेढ़ घंटे के बीच लोगों को बाबा महाकाल के दर्शन हो गए । कलेक्टर आशीष सिंह के निर्देश पर त्रिवेणी संग्रहालय से लेकर महाकाल लोक एवं महाकालेश्वर मंदिर में प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई थी, जिन्होंने चाक-चौबंद व्यवस्था करते हुए दर्शनार्थियों को दर्शन करवाए। मंदिर के प्रशासक संदीप सोनी ने बताया कि नव वर्ष के अवसर पर बड़ी संख्या में बाहर से लोग दर्शन के लिए बाबा महाकाल का दर्शन लाभ लेने पहुंचे । उन्होंने बताया अनुमान है कि लगभग 4 से 5 लाख श्रद्धालुओँ ने नए वर्ष के पहले दिन भगवान महाकालेश्वर के दर्शन किए। त्रिवेणी संग्रहालय से लेकर शंख द्वार तक तीन लाइनों में बैरिकेटिंग कर दर्शन की व्यवस्था की गई थी।श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए पेयजल एवं अन्य व्यवस्थाएं भी उपलब्ध करवाई गई। कलेक्टर आशीष सिंह एवं पुलिस अधीक्षक सत्येंद्र कुमार शुक्ल निरंतर व्यवस्थाओं पर नजर रखे हुए थे ।
दर्शनार्थियों ने व्यवस्था की सराहना की।
सुबह से ही श्री महाकालेश्वर मंदिर में दर्शनार्थियों की भीड़ उमड़ पड़ी थी। प्रशासन द्वारा 31 दिसंबर की रात्रि से ही अधिकारियों एवं कर्मचारियों की ड्यूटी विभिन्न पॉइंट पर लगाकर दर्शनार्थियों को किसी भी तरह की परेशानी ना हो, इसकी व्यवस्था की गई थी। मुंबई से आए श्रद्धालु श्रीधर क्षीरसागर ने कहा कि आज दर्शन के लिए की गई व्यवस्थाओं की जितनी प्रशंसा की जाए कम है ।उन्होंने बताया कि वह पहले भी महाकालेश्वर आए हैं किंतु महाकाल लोक का अद्भुत अलौकिक दृश्य उनके मन में बस गया है ।उन्होंने कहा कि वर्ष के पहले दिन इतनी भीड़ उन्होंने अपने जीवन काल में कभी महाकालेश्वर मंदिर में नहीं देखी। भोपाल से आए विवेक शर्मा ने बताया कि उन्होंने सोचा नहीं था कि दर्शन के लिए साल के पहले दिन इतने लोग मंदिर परिसर में दिखाई देंगे ।वह पहले भी आते रहे हैं किंतु इस बार कुछ अलग ही दृश्य सामने है।उन्होंने कहा मंदिर प्रशासन द्वारा बड़े पैमाने पर आए हुए लोगों को सुगम दर्शन की व्यवस्था निश्चित रूप से सराहनीय है। झालावाड़ राजस्थान से आए विशाल वर्मा भी यहां की गई व्यवस्थाओं से गदगद दिखे। उन्होंने कहा मंदिर प्रशासन निश्चित रूप से सराहनीय कार्य कर रहा है। श्री वर्मा रात्रि में महाकाल लोक की अनुपम छटा देखकर मोहित हो गए और कहा कि वह अब बार-बार उज्जैन आएंगे ।यहां की व्यवस्था, कर्मचारियों का सेवाभाव और भगवान महाकाल के दर्शन करके वे धन्य हो गए हैं। कोलकाता से अपने परिवार सहित आई श्रीमती अनुपमा दास ने भी इसी तरह के विचार व्यक्त करते हुए कहा कि भगवान महाकाल के दर्शन में पहले भी करने आई है लेकिन इस बार यंहा का परिदृश्य और व्यवस्थाएं निश्चित रूप से सराहनीय हैं।