बायपास पर बनेंगे पांच ओवरब्रिज, 200 करोड़ के टेंडर जारी- लालवानी

  
Last Updated:  February 20, 2022 " 07:24 pm"

इंदौर : इंदौर में बायपास पर एक साथ पांच फ्लाईओवर बनाने के लिए टेंडर जारी हो गए हैं। इंदौर के इतिहास में ये पहली बार है जब एक साथ इतने फ्लाईओवर बनाने के टेंडर जारी हुए है। सांसद शंकर लालवानी ने रविवार को पत्रकार वार्ता के जरिए यह जानकारी दी।

इन स्थानों पर बनेंगे फ़्लाईओवर।

सांसद लालवानी ने बताया कि ये फ्लाईओवर क्षिप्रा और मांगल्‍या के बीच अर्जुन बरोदा गांव के पास, बेस्‍ट प्राइस-झलारिया के पास, लाभगंगा गार्डन (एमआर-10 चोराहा) पर, रालामंडल चौराहे पर और राऊ सर्कल पर बनेंगे।

बेस्ट प्राइस के पास बनेगा थ्री लेयर एलिवेटेड ब्रिज।

इसमें से बेस्‍ट प्राइस के पास 3 लेयर वाला एलिवेटेड फ्लाईओवर बनेगा। संभवत: ये मध्‍यप्रदेश का अपनी तरह का 3 लेयर वाला पहला ओवरब्रिज होगा।

200 करोड़ के जारी हुए टेंडर।

लगभग 200 करोड़ रु की लागत से बनने वाले इन फ्लाईओवर्स के टेंडर 18 फरवरी को जारी हुए। वर्ष 2024 की शुरुआत में यह पांचों ब्रिज बनकर तैयार हो जाएंगे।इन चौराहों पर लंबा ट्रैफिक जाम लगता है और हादसे भी होते रहते हैं जिसमें कई लोग अपनी जान भी गंवा चुके है।

नितिन गडकरी ने की थी घोषणा।

सांसद शंकर लालवानी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय राजमार्ग परिवहन मंत्री नितिन गडकरी और मुख्‍यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को धन्‍यवाद देते हुए कहा कि ‘ गडकरी जी से दिल्‍ली में मुलाकात के दौरान इंदौर बायपास की समस्‍या पर विस्‍तार से बात हुई थी। पिछले साल श्री गडकरी ने इंदौर में इन फ्लाईओवर्स की घोषणा की थी, जिनके लिए टेंडर जारी हो गए हैं। विभाग ने 2 साल से कम समय में इसे तैयार करने का वक्‍त तय किया है।

हादसों में आएगी कमीं।

सांसद लालवानी ने कहा कि इंदौर बायपास से करीब 35,000 वाहन रोजाना गुजरते हैं। ओवरब्रिज ना होने की वजह से हमेशा हादसों का डर बना रहता है। इन फ्लाईओवर्स के बनने से बायपास के आसपास रहने वाले हजारों लोगों को फायदा होगा। ईंधन एवं समय की बचत होगी और जीवन सुरक्षित होगा।

इन वजहों से जरूरी है ब्रिज।

बेस्‍ट प्राइस

सांसद लालवानी ने बताया कि शहर से भोपाल की ओर जाने और आने वाले ट्रैफिक का अत्‍याधिक दबाव यहां होता है।
कई बड़े मैरेज गार्डन, स्‍कूल और संस्‍थान यहां स्थित होने से स्थानीय लोगों का आवागमन भी यहां होता रहता है।दूसरे भोपाल की तरफ से शहर में आने के लिए यहां उल्टी दिशा में आना पड़ता है।

रालामंडल

लालवानी के मुताबिक लोगों ने बायपास पर बीच में कट बना लिए हैं, जिससे हादसों का डर बना रहता है।इसके चलते यहां ब्रिज की जरूरत थी।

अर्जुन बरोदा

सांसद शंकर लालवानी के मुताबिक अर्जुन बरोदा बायपास क्षेत्र में कई गोडाउन और वेयर हाउस हैं। इससे ट्रकों का भारी दबाव यहां बना रहता है। ट्रक यहां उल्‍टी दिशा से आते है, जिससे शाम के समय भारी जाम लगता है और हादसे भी होते रहते हैं।

राऊ सर्कल

सांसद लालवानी के अनुसार इस सर्कल पर 4 रोड के ट्रैफिक का भारी दबाव रहता है। बायपास, एबी रोड, आईआईएम एवं पीथमपुर और महू के लिए वाहनों का दबाव राऊ सर्कल पर होता है। इससे शाम के समय भारी ट्रैफिक जाम की समस्‍या खड़ी हो जाती है।

लाभगंगा गार्डन, एमआर-10 चौराहा

लालवानी ने बताया कि एमआर 10 लाभगंगा गार्डेन चौराहा पर भी यातायात का अत्यधिक दबाव
रहता है। भारी वाहनों के लगातार आवागमन के कारण यहां भी हादसों का भय बना रहता है।

इन्हीं कारणों के चलते उपरोक्त पांचों स्थानों पर ओवरब्रिज की जरूरत लम्बे समय से महसूस की जा रही थी। सांसद लालवानी ने बताया कि ये ब्रिज एनएचएआई ही बनाएगा।

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