इंदौर : रविवार को बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता उमेश शर्मा के गले में कांग्रेसी दुपट्टा चर्चा का विषय रहा। इससे उमेश शर्मा को लेकर अटकलें लगाई जानें लगीं की कहीं वे पाला बदलने की तो नहीं सोच रहें हैं। हालांकि ऐसा कुछ नहीं था। उमेश शर्मा ने खुद इस बात को गलत बताया।
ये था घटनाक्रम।
बताया जाता है कि बीजेपी नेता उमेश शर्मा निजी अस्पताल में भर्ती अपने परिचित से मिलने गए थे। वहां से लौटते समय उसी मार्ग से गुजर रही कांग्रेस की लोकतंत्र बचाओ यात्रा से उनका सामना हो गया। यात्रा अंबेडकर प्रतिमा की ओर जा रही थी। इसी बीच कुछ कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने उमेश शर्मा को देखा तो उनके पास पहुंच गए। उन्होंने उमेश शर्मा के गले में कांग्रेस का तिरंगा दुपट्टा डाल दिया और फ़ोटो खिंचवाने के साथ शहर का नेता कैसा हो, उमेश शर्मा जैसा हो के नारे लगाए।
जबरन गले में पहना दिया दुपट्टा।
उमेश शर्मा उससमय तो कुछ नहीं बोले पर बाद में मीडिया कर्मियों द्वारा सवाल किए जाने पर उन्होंने कहा कि कांग्रेसियों ने जबरन उनके गले में अपनी पार्टी का तिरंगा दुपट्टा डाल दिया था। उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा बीजेपी सरकार को कोसने और उनके अपने नेताओं की बजाय वे मेरे नाम की माला जप रहे थे। इससे पता चलता है कि कांग्रेसियों की हालत क्या हो गई है।