इंदौर: मप्र में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान को अब सिर्फ 6 दिन शेष हैं। प्रचार का दौर भी 26 नवंबर की शाम समाप्त हो जाएगा। ऐसे में आरोप- प्रत्यारोप का दौर भी तेज हो गया है। बुधवार को पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने मोदी सरकार के फैसलों पर सवाल उठाने के साथ अर्थव्यवस्था बर्बाद करने का आरोप लगाया था। गुरुवार को इंदौर आये केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने मनमोहन सिंह पर पलटवार किया। उन्होंने पूर्व पीएम द्वारा उठाए गए सवालों का सिलसिलेवार जवाब दिया। रविशंकर ने नोटबन्दी और जीएसटी के के बाद बढ़े राजस्व, आयकर दाताओं की बढ़ी संख्या और लाखों फर्जी कंपनियों के उजागर होने के आंकड़े पेश करते हुए मनमोहन सिंह के दावों को झूठा बताया। मोदी राज में लोकतंत्र खतरे में है के आरोप पर रविशंकर का कहना था कि बीजेपी में सामान्य कार्यकर्ता भी बड़े पद पर जा सकता है। सबसे बड़ी गैर लोकतांत्रिक पार्टी तो कांग्रेस है।
1984 के सिख विरोधी दंगों का मामला उठाते हुए रविशंकर ने कांग्रेस और कमलनाथ पर हमला बोला। उनका कहना था कि मोदी सरकार ने सरकार ने सिखों को इंसाफ दिलाया है।
निशाने पर कमलनाथ
कमलनाथ को पंजाब में कांग्रेस का प्रभारी बनाकर कुछ ही समय मे हटाए जाने का जिक्र करते हुए रविशंकर ने कहा कि सिख विरोधी दंगों में भूमिका के चलते ही उन्हें हटाया गया था। चुनाव में हार के भय से धार्मिक भावनाएं भड़काने का आरोप भी उन्होंने कमलनाथ पर लगाया।
तीन तलाक़ पर रुख साफ करें कांग्रेस
तीन तलाक़ का मुद्दा उठाते हुए केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने राहुल और सोनिया गांधी से इसपर अपना रुख स्पष्ट करने की मांग की। उनका कहना था कि कांग्रेस ने ही तीन तलाक़ बिल को राज्यसभा में पास नहीं होने दिया इसीलिए सरकार मुस्लिम महिलाओं को इंसाफ दिलाने के लिए अध्यादेश लेकर आई।
बीमारू राज्य की छवि से मप्र को बाहर निकाला
रविशंकर प्रसाद ने सीएम शिवराज सिंह की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने मप्र को बीमारू राज्य की छवि से बाहर निकाल कर विकासशील बनाया। प्रदेश में आधारभूत संरचना के विकास के साथ ही इंदौर को आईटी हब बनाने का श्रेय सीएम शिवराज को है। मनमोहन सिंह ने भी स्वीकार किया है कि मप्र में विकास हुआ है ।