इंदौर : बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष का पदभार संभालने के बाद पहली बार इंदौर आए हेमंत खंडेलवाल के स्वागत में बीजेपी के अनुशासित पार्टी के दावे धरे रह गए। नेताओं के शक्ति प्रदर्शन और कांग्रेसी स्टाइल में धक्कामुक्की के नजारे हर जगह दिखाई दिए।
इंदौर आने के बाद बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल पहले खजराना गणेश मंदिर पहुंचे। उन्होंने भगवान श्रीगणेश का दर्शन – पूजन कर प्रदेश की खुशहाली की कामना की। यहां श्री खंडेलवाल को मुंह दिखाई के लिए बेताब स्थानीय बीजेपी नेता व उनके समर्थकों में भारी धक्कापेल मची रही।
खजराना मंदिर से बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल पिपल्याराव स्थित बंदी छोड़ दाता गुरुद्वारा पहुंचे और श्री गुरुग्रंथ साहब के समक्ष मत्था टेककर अरदास की। यहां से खंडेलवाल को, कार्यकर्ता सम्मेलन स्थल तक रैली के रूप में ले जाया गया। इस दौरान भी जमकर शक्ति प्रदर्शन हुआ। छोटे से रैली मार्ग पर इतने मंच लगा दिए गए की हर मंच पर रुकने की जद्दोजहद में प्रदेश अध्यक्ष खंडेलवाल, कार्यकर्ता सम्मेलन स्थल पर निर्धारित समय से तीन घंटे देरी से पहुंचे। बसों में ढोकर लाई महिलाएं भूख – प्यास से व्याकुल होती रहीं। हालात ये हो गए कि प्रदेश अध्यक्ष के कार्यक्रम स्थल पर पहुंचने तक आधा पांडाल खाली हो चुका था। बाद में रैली के साथ आए कार्यकर्ताओं को कुर्सियों पर बैठाकर पांडाल को भरा गया, बावजूद इसके कई कुर्सियां खाली रहीं।
मंच पर स्वागत के लिए भी खूब हुई धक्कामुक्की।
सम्मेलन स्थल पर मौके की नजाकत को भांपते हुए शुरुआत में तो लंबे खींच रहे स्वागत को रोक दिया गया लेकिन कार्यक्रम के बाद प्रदेश अध्यक्ष खंडेलवाल के स्वागत के लिए सैकड़ों नेता और कार्यकर्ता मंच पर चढ़ गए। हर कोई दूसरे को धकेल कर प्रदेश अध्यक्ष का स्वागत करने और सेल्फी लेने की जुगत में भिड़ा था। हालात नियंत्रण से बाहर हो गए थे। बमुश्किल स्वागत और शक्ति प्रदर्शन का सिलसिला थमा तो प्रदेश अध्यक्ष खंडेलवाल ने भी राहत की सांस ली। कुल मिलाकर नवागत बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष के स्वागत को लेकर जिसतरह शक्ति प्रदर्शन और धक्कामुक्की का नजारा देखा गया, इससे यह तो साबित हो गया कि अनुशासित पार्टी होने का दंभ भरने वाली बीजेपी, कांग्रेसी संस्कृति का ही अनुसरण करने लगी है।