इंदौर :- बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय प्रतिवर्ष आस्था वृध्दाश्रम में बुजुर्गों, महिलाओं, दिव्यांगों और दृष्टिहीन बालिकाओं के साथ रक्षाबन्धन की खुशियां बांटते और मनाते हैं। इस बार उन्हें अमेरिका जाना था बावजूद इसके वे अपना वादा नहीं भूले। दो दिन पूर्व ही वे आस्था वृध्दाश्रम पहुंचे और रक्षाबन्धन की खुशियां बांटी।
परदेशीपुरा स्थित आस्था वृध्दाश्रम में एमआईसी मेम्बर राजेन्द्र राठौर ने मंच और बैठक व्यवस्था सहित सारे इंतजाम अपने हाथ में ले रखे थे। दोपहर करीब सवा चार बजे कैलाशजी वृध्दाश्रम पहुंचे। तबतक वहां तमाम बुजुर्ग, महिलाएं, दिव्यांग और दृष्टिहीन बालिकाएं एकत्रित हो चुकी थी। कैलाशजी ने आने के बाद माइक संभाला और दृष्टिहीन व दिव्यांग बच्चों के साथ अंताक्षरी खेलना शुरू किया। बच्चे भी पूरी तैयारी के साथ आए थे। थोड़ी देर बाद विधायक रमेश मेंदोला भी वहां पहुंच गए। इस बीच अंताक्षरी का रंग कुछ ऐसा जमा की कोई किसी से कम नहीं पड़ रहा था। बच्चों की ओर से कमान संभाल रहीं करिश्मा ने तो ऐसा समां बांधा की कैलाशजी ने भी पीठ थपथपाकर उसकी हौसला अफजाई की। अंताक्षरी के बाद कैलाशजी ने जोशीले गीत गाकर बच्चों और बुजुर्गों को नाचने पर मजबूर कर दिया।
राखी बंधवाकर उपहार भेंट किये।
कार्यक्रम के दूसरे हिस्से में कैलाश विजयवर्गीय और विधायक रमेश मेंदोला ने दृष्टिहीन बालिकाओं से राखी बंधवाई, उन्हें मिठाई खिलाई और उपहार भेंट किये। करीब एक घंटे तक ये सिलसिला चलता रहा। बाद में सभी बुजुर्गो, महिलाओं, दिव्यांगों और दृष्टिहीन बालिकाओं को भोजन भी कराया गया।
कैलाशजी ने बताया कि वे 1983 से त्योहारों की खुशियां निराश्रित बुजुर्ग, महिलाओं, विशेष बच्चों और दृष्टिहीन बालिकाओं के साथ बांटते आ रहे हैं। इनके साथ खुशियां बांटकर उन्हें बेहद सुकून मिलता है।