बुजुर्ग भिक्षुकों के साथ अमानवीय बर्ताव के विरोध में कांग्रेस का जोरदार प्रदर्शन

  
Last Updated:  February 2, 2021 " 11:31 pm"

इंदौर : नगर निगम के कतिपय कर्मचारियों द्वारा बुजुर्ग भिक्षुकों के साथ पिछले दिनों किए गए अमानवीय बर्ताव के मामले ने राजनीतिक रंग ले लिया है।एक- डेढ़ माह बाद ही नगर निगम के चुनाव होनेवाले हैं। ऐसे में कांग्रेस ने हाथ आए इस मुद्दे को लपकने में देरी नहीं की। उसने इस मामले को जोर- शोर से उठाते हुए बीजेपी की शिवराज सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया। इस शर्मनाक घटना के लिए जिला व निगम प्रशासन के आला अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराते हुए मंगलवार को कांग्रेसियों ने संभागायुक्त कार्यालय पर जोरदार प्रदर्शन किया। बाद में राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपते हुए जिले और निगम के मुखिया के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई।

शासन- प्रशासन के खिलाफ की गई जोरदार नारेबाजी।

कमिश्नर कार्यालय में कांग्रेस के तमाम छोटे- बड़े नेता अपने समर्थकों के साथ पहुंचे थे। हाथों में तख्तियां लिए प्रदर्शनकारी कांग्रेसियों ने शिवराज सरकार और जिला व निगम प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। पार्षद टिकट की दावेदारी कर रहीं कांग्रेस नेत्रियां भी नारेबाजी में पीछे नहीं रहीं।

बड़े अधिकारियों को बचा रही है सरकार।

इसके पूर्व शहर कांग्रेस अध्यक्ष विनय बाकलीवाल ने प्रदर्शनकारी कांग्रेस जनों को संबोधित करते हुए कहा कि बुजुर्गों का अपमान करना भाजपा की संस्कृति का हिस्सा है। हाल ही में गरीब,बेसहारा बुजुर्गों को कचरे की खुली गाड़ी में भरकर भारी ठंड में शिप्रा के जंगलों में मरने के लिए फेंक देने की घटना ने मानवता को शर्मसार किया है। नगर निगम के इस असंवेदनशील कृत्य से इंदौर शहर के साथ साथ पूरा प्रदेश लांछित हुआ है।प्रदेश की भाजपा सरकार वरिष्ठ नागरिकों के प्रति किसतरह जिम्मेदारी निभा रही है, यह इस कृत्य से सिद्ध होता है।
बाकलीवाल ने कहा कि इंदौर नगर निगम आयुक्त एवं कलेक्टर इस घटना के लिए सीधे तौर पर जिम्मेदार हैं। शहर कांग्रेस एवं कांग्रेस पार्षद दल की मांग है कि कलेक्टर, निगमायुक्त और अन्य जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ प्रदेश सरकार सख्त कार्रवाई करें।
पूर्व केंद्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया और विधायक जीतू पटवारी ने कांग्रेसजनों को संबोधित करते हुए बुजुर्ग भिक्षुकों के साथ अमानवीय बर्ताव किए जाने पर शासन- प्रशासन को आड़े हाथों लिया। उनका आरोप था शिवराज सरकार ने केवल छोटे कर्मचारियों पर कार्रवाई की है जबकि असल जिम्मेदार जिला व निगम प्रशासन के बड़े अधिकारी हैं।उनके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए।
विधायक संजय शुक्ला, विशाल पटेल व नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष रहीं फौज़िया शेख अलीम सहित अन्य नेताओं ने भी प्रदर्शनकारियों को संबोधित किया।
प्रदर्शन में सर्वश्री पंडित कृपा शंकर शुक्ला,पंकज संघवी, पूर्व विधायक अश्विन जोशी,भँवर शर्मा,छोटे यादव,रमेश उस्ताद,सुरेश मिंडा,राजेश चौकसे,शैलेश गर्ग,राकेश सिंह यादव,चिंटू चौकसे,अरविंद जोशी, संजय बाकलीवाल, इम्तियाज बेलिम, अमित चौरसिया,जौहर मानपुरवाला,शशि यादव,रमीज़ खान,मुकेश यादव,शेख अलीम,प्रेम खडायता, दीपू यादव,अनिल शुक्ला, धर्मेन्द्र गेंदर,सन्नी राजपाल,सत्यनारायण सलवड़िया, देवेंद्र सिंह यादव ,रीता डांगरे,जैनेश झाँझरी,संजय खादीवाला,राजकुमार टांक, गोपाल,यादव,शिव घावरी,कविता शुक्ला, अयाज बेग,सर्वेश तिवारी, अंसाफ अंसारी, अनवर दस्तक,सादिक खान,रुबीना खान,इकबाल खान,मुबारिक खान,रफीक खान,सुभाष सोलंकी, वाहिद अली,भारती टांक, मनीषा शिरोडकर,विपिन गंगवाल,मनीष मिंडा,वीरू झंझोट,शेलु सेन,पुखराज राठौर, सुधीर लौट, पप्पू बाथम, सीमा यादव,गायत्री तिवारी,जया तिवारी,हलीमा।बी,सुषमा यादव,रायमुनि भगत,नसरीन अली,रेणु लश्करी,गिरधर नागर, विवेक खंडेलवाल, गिरीश जोशी,नीलेश पटेल,सुनील गोधा,प्रकाश पटेल,बादशाह मिमरोट, सुनील पाल,दिलीप कुदल,मंजीत टुटेजा सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस जन उपस्थित थे।

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