इंदौर : कमिश्नरी लागू हो जाने के बाद इंदौर पुलिस शहर के आम नागरिक के साथ-साथ संस्थानों को भी सुरक्षित माहौल देने का प्रयास कर रही है।
इस कड़ी में सराफा जोन के एसीपी एसकेएस तोमर ने राजबाड़ा स्थित स्टेट बैंक में 16 बैंकों के प्रबंधकों के साथ मीटिंग आयोजित की। इस दौरान बैंकों में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर विस्तार से चर्चा की गई। खास तौर पर अलग- अलग जगह स्थित एटीएम की सुरक्षा के लिए नई तकनीक के उपयोग पर जोर दिया गया।
एसीपी एसकेएस तोमर बताया कि बैंकों की सुरक्षा में आवश्यक कदम क्या और किस तरह से उठाए जाएं इस बारे में जानकारी का आदान-प्रदान बैठक में किया गया। बैठक में बताया गया कि रेकी करने वाले संदिग्धों पर नजर रखने के लिए उनसे आगे रहकर किसी प्रकार के सवाल किए जाने पर उनकी भूमिका सामने आ जाती है। बैंक में लगे उपकरणों की वर्तमान स्थिति एवं माइक का एंगल क्या होना चाहिए को लेकर भी तकनीकि सुझाव पुलिस प्रशासन द्वारा बैंकों को दिए गए। पूर्व में हुई मीटिंग के दौरान पुलिस ने 2 अतिरिक्त कैमरे लगाने के सुझाव बैंकों को दिए थे। कुछ बैंकों द्वारा उन निर्देशों का पालन करते हुए कैमरे लगाए गए हैं, वहीं कुछ बैंक को ने अप्रूवल मिल जाने पर 2 से 3 दिन में कैमरे लगाने की बात कही है । एसीपी एस के एस तोमर ने बताया कि इस पहल से 32 अतिरिक्त कैमरे बैंकों के बाहर एवं सड़क की निगरानी करेंगे जिससे क्षेत्र में घटित होने वाली घटनाओं को कवर किया जा सकेगा।
बैठक में राजबाडा स्थित स्टेट बैंक के मुख्य प्रबंधक शरद गोयल द्वारा एसीपी एस के एस तोमर एवं थाना प्रभारी सुनील शर्मा का स्वागत किया गया ।
सुरक्षा कितनी और कैसी होनी चाहिये आदि विषयों पर हुई बैठक में एसीपी तोमर ने उपस्थित सभी बैंको के अधिकारियों ,कर्मचारियों को सजग रहने के साथ ही उचित सुरक्षा प्रबंधन, सीसीटीवी की संख्या और एंगल सहित सुरक्षा को लेकर कई तकनीकि सुझाव भी दिए। उन्होंने कहा कि सावधानी और नई उन्नत तकनीकों के इस्तेमाल से बैंको और एटीएम में होने वाली आपराधिक गतिविधियों पर लगाम कसी जा सकती है ।