वीजा संबंधी दिक्कतों को दूर करने के लिए कई स्तरों पर किया जा रहा काम।
प्रधानमंत्री मोदी की पहचान वैश्विक नेता की।
भारत और अमेरिका की यूनिवर्सिटीज के बीच संपर्क बढ़ाएंगे।
भारत और पाकिस्तान के साथ अमेरिका के स्वतंत्र रिश्ते।
इंदौर की सुंदरता, स्वच्छता, इंफ्रास्ट्रक्चर, कारोबार के अनुकूल माहौल प्रभावित करता है।
इन्वेस्टर्स समिट में भाग लेने आए यूएस कॉन्सुलेट, मुंबई के कोंसुल जनरल माइक हेंकी ने चुनिंदा पत्रकारों के साथ मुलाकात में कही ये बात।
इंदौर (राजेंद्र कोपरगांवकर) : इन्वेस्टर्स समिट में भाग लेने इंदौर आए यूएस कॉन्सुलेट, मुंबई के कोंसुल जनरल माइक हेंकी का कहना है कि उनका भारत के साथ पुराना रिश्ता है। उन्होंने कोयंबटूर विद्या भवन में शिक्षा प्राप्त की है। भारत के साथ वे बरसों से काम कर रहे हैं। अमेरिकन विदेश सेवा में आने से पहले वे भी जर्नलिस्ट थे। उनकी मप्र की यह दूसरी और इंदौर की पहली यात्रा है। उनके यहां आने का मकसद भारत और अमेरिका के रिश्तों को मजूबती देना और अमेरिकी व भारतीय कंपनियों के बीच सेतु बनकर उनके बीच आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देना है। ये मप्र और भारत के साथ हमारे पहले से चले आ रहे बेहतर रिश्तों को दर्शाता है। हम क्षेत्रीय कारोबारी रिश्ते को वैश्विक स्तर तक ले जाना चाहते हैं। भारत से अमेरिका जाने के इच्छुक लोगों को वीजा मिलने में हो रही देरी संबंधी समस्या के निराकरण के भी प्रयास किए जा रहे हैं। कोंसुल जनरल श्री हेंकी चुनिंदा पत्रकारों के साथ होटल मेरियट में चर्चा कर रहे थे।
विभिन्न क्षेत्रों पर कर रहे फोकस।
श्री हेंकी का कहना था कि उनका फोकस खाद्य, कृषि, उद्योग व ग्रीन एनर्जी जैसे क्षेत्रों में साझेदारी बढ़ाना है। उन्होंने कहा कि हमारी कोशिश आर्थिक गतिविधियों के जरिए आम आदमी और महिलाओं को साथ लेकर उनके जीवन में सुधार लाने की है।
भारत – अमेरिका के रिश्ते मूलभूत सिद्धांतों पर आधारित।
श्री हेंकी ने कहा कि भारत और अमेरिका के रिश्ते सुरक्षा, खुशहाली, पारदर्शिता जैसे मूलभूत सिद्धांतों पर आधारित हैं। सरकारें और लीडरशिप बदलने का इन रिश्तों पर कोई असर नहीं होता। दोनों देशों के संबंध इन सबसे ऊपर हैं।
वीजा की लंबी वेटिंग काम करने के लिए कई स्तरों पर कर रहे प्रयास।
कोंसुल जनरल हेंकी ने माना कि अमेरिकी वीजा को लेकर लंबी वेटिंग है। इसे कम करने के लिए कई स्तरों पर काम किया जा रहा है। अमरीकी सरकार ने इसके लिए अतिरिक्त स्टॉफ रखने की भी अनुमति दी है। इसी के साथ मुंबई कॉन्सुलेट में प्राप्त वीजा आवेदनों के बारे में आवश्यक प्रक्रियाओं को जल्द पूरा करने के लिए दुनियाभर में स्थित ऐसे अमेरिकी दूतावासों और कॉन्सुलेट की मदद ली जा रही है, जहां वीजा संबंधी काम कम है।
स्टूडेंट्स और वर्क वीजा के लिए वेटिंग नहीं।
श्री हेंकी ने स्पष्ट किया कि स्टूडेंट्स और वर्क वीजा के मामले त्वरित निपटाए जा रहे हैं। उनको लेकर कोई वेटिंग नहीं है। इसके अलावा मेडिकल इमरजेंसी, बिजनेस वीजा भी प्राथमिकता के साथ जारी कर रहे हैं। वीजा के नवीनीकरण के मामले भी जल्द निपटाए जा रहे हैं। नए वीजा को लेकर वेटिंग हम साल अंत तक क्लियर करने का प्रयास करेंगे।
गांधी अमेरिका में बेहद समाननीय।
एक सवाल के जवाब में अमरीकी कोंसुल जनरल माइक हेंकी ने कहा कि महात्मा गांधी का अमेरिका में बेहद सम्मान हैं। उनके विचारों और नागरिक अधिकारों को लेकर चलाए गए आंदोलनों का मार्टिन लूथर किंग जैसे अमरीकी नेताओं पर गहरा प्रभाव रहा है।
प्रधानमंत्री मोदी की पहचान वैश्विक नेता की।
श्री हेंकी ने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहचान एक वैश्विक नेता के रूप में है। वे जी -20 देशों की अगुवाई कर रहे हैं।
भारत और पाकिस्तान के साथ अमेरिका के स्वतंत्र रिश्ते।
ये पूछे जाने पर कि अमेरिका भारत और पाकिस्तान में से किसके साथ रिश्तों को ज्यादा अहमियत देता है, कोंसुल जनरल माइक हेंकी का कहना था कि दोनों देशों के साथ अमेरिका के स्वतंत्र और महत्वपूर्ण रिश्ते हैं। उनकी तुलना नहीं की जा सकती पाकिस्तान के साथ अमेरिका के रिश्ते क्षेत्रीय मुद्दों पर आधारित हैं।जबकि भारत की वैश्विक भूमिका को अमेरिका मान्य करता है।
भारत और अमेरिकी यूनिवर्सिटीज में संपर्क को बढ़ाएंगे।
श्री हेंकी ने कहा कि उन्होंने उज्जैन के समीप स्थित अवंतिका यूनिवर्सिटी का दौरा किया। वहां इंजीनियरिंग में 50 फीसदी और डिजाइनिंग में 75 फीसदी छात्राएं अध्ययनरत हैं। उनका प्रयास है की भारत और अमेरिका की यूनिवर्सिटीज के बीच संपर्क बढ़ाया जाए। वे इस दिशा में काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगले इंदौर प्रवास में उनकी कोशिश आईआईएम और आईआईटी को भेंट देने की होगी।
इंदौर की सुंदरता, स्वच्छता, इन्फ्रास्ट्रक्चर की तारीफ की।
कोंसुल जनरल श्री हेंकी ने इंदौर की सुंदरता,स्वच्छता और इंफ्रास्ट्रक्चर की तारीफ करते हुए कहा कि ये शहर कारोबार के अनुकूल माहौल प्रदान करता है, इससे हम प्रभावित हैं।