इंदौर : बुजुर्गों के साथ हुए बर्ताव के बाद सांसद शंकर लालवानी एक्शन मोड में है। संसद के सत्र के लिए सांसद लालवानी दिल्ली में थे और वहां से लौटते ही उन्होंने निगम कमिश्नर से घटना की जानकारी ली। इंदौर के कलेक्टर मनीष सिंह से भी सांसद लालवानी ने बात की और बुजुर्गों का ध्यान रखने के निर्देश दिए।
सांसद लालवानी ने कहा कि इंदौर शहर को केंद्र की भिक्षुक पुनर्वसन योजना में शामिल किया गया है। 6 जनवरी को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इंदौर आए थे तो भिक्षुकों के पुनर्वसन एवं देखभाल के लिए इस योजना के तहत उन्हें प्रेजेंटेशन भी दिया गया था।
सांसद लालवानी ने कहा कि इंदौर में 8.5 करोड़ रु की राशि भिक्षुक पुनर्वसन बनाने के लिए स्वीकृत की गई है। इसमें से डेढ़ करोड रुपए की राशि निगम को मिल भी चुकी है। उन्होंने अधिकारियों को संवेदनशीलता के साथ इस योजना को लागू करने के निर्देश दिए ताकि ठंड व अन्य प्रतिकूल मौसम का सामना कर रहे भिक्षुकों की देखभाल की व्यवस्था की जा सकें।
कांग्रेस के द्वारा इस मुद्दे को लेकर बयानबाजी करने पर भी सांसद ने अपनी बात रखी।उन्होंने कहा की बुजुर्ग, समाज के लिए वटवृक्ष की तरह होते हैं। उनके साथ जो व्यवहार हुआ वह निंदनीय है और इस पर तुरंत कार्रवाई भी की गई है लेकिन कांग्रेस जिस तरह से इस पर बयानबाजी कर रही है, वह स्वीकार्य नहीं है।
सांसद लालवानी ने कहा कि केंद्र सरकार पिछले साल ही डेढ़ करोड़ की राशि जारी कर चुकी थी लेकिन कांग्रेस की कमलनाथ सरकार रहते इस राशि के इस्तेमाल के लिए प्रस्ताव नहीं भेजा गया। मैं इस पर राजनीति नहीं करना चाहता लेकिन कांग्रेस को भी इस विषय पर राजनीति करने के बजाए संवेदनशीलता के साथ काम करना चाहिए।