ऑनलाइन लोन एप कम्पनियों की ब्लैकमेलिंग से परेशान होकर उठाया ये कदम।
बोले गृहमंत्री डॉ. मिश्रा, किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।
किसी भी दोषी को बख्शा नही जाएगा।
भोपाल : राजधानी भोपाल में एक परिवार द्वारा आत्महत्या करने की जांच अब स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (एसआईटी ) करेगी। यह घोषणा प्रदेश के गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने की। उन्होंने कहा कि किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।
गृहमंत्री डॉ.नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि परिवार के सामूहिक सुसाइड मामले में एसआइटी का गठन किया जा रहा है। यह एसआइटी जोन-वन के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त शशांक के नेतृत्व में काम करेगी। डॉ मिश्रा ने कहा कि परिवार को प्रताड़ित करने वाले सभी लोगों को चिन्हित कर सख्त कार्रवाई करेंगें। ऐसे एप्लीकेशन वाले नंबरों को चिह्नित भी किया जा रहा है, जिनसे उनको (भूपेंद्र विश्वकर्मा) को धमकी आई थी, दबाव डाला गया था। ऐसे लोन वाले एप्लीकेशंस को भी चिह्नित किया जा रहा है, इन्हें बैन करने के लिए केंद्र सरकार से भी आग्रह करेंगें। उन्होंने कहा कि घटना दुखद है। इस मामले में जो भी दोषी पाए जाएंगे, उन्हें बक्शा नही जाएगा।
बता दें कि आनलाइन फ्राड एप कंपनी की ब्लैलमेलिंग से परेशान होकर भोपाल के रातीबड़ स्थित शिव विहार कॉलोनी में रहने वाले भूपेंद्र विश्वकर्मा और उनकी पत्नी रितु ने गुरुवार तड़के अपने दोनों बच्चों को जहर देकर मारने के बाद खुद भी फांसी लगाकर जान दे दी थी। उन्होंने मरने से पहले मेज पर डायरी के बीच में चार पन्नों का सुसाइड नोट लिखा था। इसमें आनलाइन लोन एप कंपनियों की धोखाधड़ी से परेशान होकर इस तरह का कदम उठाने की बात लिखी है।