सैकड़ों कार्यकर्ताओं को किया गिरफतार।
राजभवन की ओर पैदल मार्च कर रहे थे कार्यकर्ता।
कमलनाथ के नेतृत्व में प्रदेश सरकार के खिलाफ कांग्रेस का जंगी प्रदर्शन।
महंगाई, बेरोजगारी, महिला अपराध, किसानों के साथ छल
और ध्वस्त कानून व्यवस्था जैसे उठाए मुद्दे।
अगले 6 महीने कार्यकर्ताओं की निष्ठा की सबसे बड़ी परीक्षा है : कमलनाथ।
भोपाल : अभा कांग्रेस कमेटी के निर्देश पर मप्र कांग्रेस द्वारा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के नेतृत्व में सोमवार को प्रदेश की भाजपा सरकार के खिलाफ प्रदेश स्तरीय राजभवन घेराव और विशाल मार्च आयोजित किया गया। इस घेराव-पैदल मार्च में कांग्रेस के सभी वरिष्ठ नेताओं सहित प्रदेश भर से पहुंचे हजारों कार्यकर्ताओं ने शिरकत की। बेरीकेट लांघकर राजभवन की ओर जाने का प्रयास कर रहे कांग्रेस कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए पुलिस ने वाटर कैनन का इस्तेमाल किया। कई कार्यकर्ता गिरफ्तार भी किए गए।
कांग्रेस कार्यकर्ता पहले जवाहर चौक पर एकत्रित हुए। यहां जनसभा के बाद सभी कांग्रेसजनों ने राजभवन का घेराव करने के लिए पैदल मार्च किया। रोशनपुरा चौराहे के पहले ही कांग्रेसजनों को रोक लिया गया। जहां राजभवन के अधिकारियों को भाजपा सरकार की जनविरोधी नीतियों सहित अन्य मुद्दों को लेकर वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं की अगुवाई में ज्ञापन सौंपा गया।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने घेराव-पैदल मार्च का नेतृत्व करते हुए कहा कि यहां कोई पुरस्कार नहीं मिल रहा, कोई ठेका नहीं मिल रहा, कोई कमीशन नहीं मिल रही, यह तो आपकी निष्ठा है जो आपको यहां पर खींच कर लाई है, और सबसे बड़ी परीक्षा अगले छह महीनों में आपकी निष्ठा की है।
यह मप्र के भविष्य की लड़ाई है।
कमलनाथ ने कहा कि यह कांग्रेस के भविष्य की बात नहीं है, किसी उम्मीदवार के भविष्य की बात नहीं है, यह मध्यप्रदेश के भविष्य की बात है कि कैसा मध्य प्रदेश हम चाहते हैं। उन्होंने कहा कि आज मध्य प्रदेश का हर वर्ग परेशान है, हमारा भटकता हुआ नौजवान दुखी है, किसान खाद-बीज के लिए भटक रहा है, हमारा छोटा व्यापारी परेशान है, महिलाओं पर अत्याचार चरम पर है। आपका कर्तव्य है, आपकी जिम्मेदारी है कि आप सब मिलकर मध्यप्रदेश को सही पटरी पर लाएं और आगे आने वाली पीढ़ियों को हम ऐसा मध्यप्रदेश दे, जो देश में एक उदाहरण बने।
उन्होंने कहा कि आपको अपना सिर नहीं झुकाना है, छाती ठोक कर कहे कि 15 महीनों में कांग्रेस ने अपनी नीति और नीयत का परिचय दिया और प्रदेश को विकास की पटरी पर लाने की शुरूआत की। लेकिन कुछ जयचंदों से मिलकर लोकतंत्र की हत्या कर शिवराज सिंह ने पीछे के दरवाजे से तिकड़मबाजी कर हमारी सरकार गिरा दी।
श्री नाथ ने कहा कि भाजपा सरकार द्वारा उद्योगपति गौतम अडानी के पक्ष में अपनायी गई क्रोनी कैपिटलिज्म की नीति से गहराये उत्पन्न आर्थिक संकट से गरीब और मध्यम वर्ग के करोड़ों भारतीयों की बचत जोखिम में तब्दील हो गई है। देश में बेहताशा बढ़ती महंगाई, प्रदेश में व्याप्त बेरोजगारी, तनावग्रस्त किसान, अनुसूचित जाति-जनजाति, पिछड़ा वर्ग, अल्पसंख्यक वर्ग और महिलाआें पर हो रहे निरंतर व उत्तरोत्तर अत्याचार, बलात्कार-सामूहिक बलात्कार और उसके बाद उनकी निर्मम हत्याओं, ध्वस्त कानून व्यवस्था, लूट, डकैती सहित भाजपा सरकार की गलत नीतियां के कारण आमजन परेशान है। भाजपा और संघ संवैधानिक संस्थाआें का दुरूपयोग और उनकी छवि धूमिल करने पर आमादा हैं।
कमलनाथ ने कहा कि यदि आपने अपनी निष्ठा का परिचय दिया तो मुझे पूरा विश्वास है आगामी विधानसभा चुनाव में आप सब कांग्रेस का झंडा लेकर मध्यप्रदेश की विधानसभा पर लहराएंगे।
लाठीचार्ज में कई कार्यकर्ता घायल।
कांग्रेस ने आरोप लगाया कि शिवराज सरकार के इशारे पुलिस बल द्वारा नेताओं और कार्यकर्ताओं पर वाटर कैनन से पानी की बौछार की गई और बर्बरतापूर्वक लाठी चार्ज भी किया गया जिससे कई कार्यकर्ता घायल हो गए। सैकड़ों कार्यकर्ताओं को पुलिस ने गिरफ्तार किया।
प्रदर्शन में पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा, आरिफ अकील, विजयलक्ष्मी साधो, जयवर्धन सिंह, कमलेश्वर पटेल, विधायक आरिफ मसूद, कुणाल चौधरी प्रदेश कांग्रेस के पदाधिकारीगण सुरेंद्र चौधरी, राजीव सिंह, प्रकाश जैन, जे.पी. धनोपिया, डॉ. महेन्द्र सिंह चौहान, राजकुमार पटेल, मीडिया विभाग के अध्यक्ष के.के. मिश्रा, विधायकगण, सभी प्रकोष्ठों के प्रदेश अध्यक्ष, मीडिया विभाग के पदाधिकारी, प्रवक्तागण सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस पदाधिकारी और प्रदेश भर से आए कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।