इंदौर : कांग्रेस में मचे घमासान और मंत्रियों के बीच चल रही बयानबाजी से बीजेपी उत्साहित है। उसके नेता कांग्रेस पर हमलावर हो गए हैं। बीजेपी को लगने लगा है कि कांग्रेस में छाया अंतर कलह उसे डूबो देगा। यही कारण है कि शिवराज से लेकर कैलाशजी तक तमाम बड़े बीजेपी नेता कांग्रेस पर निशाना साधने में लगे हैं।
सत्ता की बंदरबाट में लगे हैं कांग्रेसी।
पूर्व सीएम शिवराज सिंह ने कांग्रेस पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि उसके नेता सत्ता की बंदरबाट में लगे हैं। हिस्सेदारी के लिए उनमें लड़ाई हो रही है। कोई ब्लैकमेलर बन रहा है तो कोई रेत माफिया, तबादलों में लूट मची हुई है। शिवराज ने कहा कि प्रदेश में पता नहीं कितने पॉवर सेंटर बने हुए हैं। सरकार नाम की कोई चीज नहीं रह गई है। एक मंत्री कुछ कहता है तो दूसरा कुछ और। पूर्व सीएम शिवराज ने कहा कि हमारी चिंता कांग्रेस नहीं मप्र की साढ़े सात करोड़ जनता है जिसे कांग्रेस ने तबाही के कगार पर ला खड़ा कर दिया है। उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से आग्रह किया है कि वे मप्र में हस्तक्षेप करें और अपनी पार्टी में मचे गृहयुद्ध को खत्म करवाएं।
सीएम कमलनाथ करें कार्रवाई।
बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने उमंग सिंगार व दिग्विजय सिंह के बीच मचे घमासान पर तंज कसते हुए कहा कि सीएम कमलनाथ को इस मामले में कार्रवाई करनी चाहिए। सिगार सही हैं तो दिग्विजय सिंह को गिरफ्तार किया जाए। अगर सिगार झूठे हैं तो उनपर कार्रवाई होनी चाहिए। कैलाशजी ने कहा कि कमलनाथ कैबिनेट के मंत्री, दिग्विजय पर अवैध शराब का आरोप लगा रहे हैं। यह बेहद गम्भीर आरोप है।
अरुण यादव से जताई सहानुभूति।
कैलाशजी ने अरुण यादव की पीड़ा को सही ठहराते हुए कहा कि कांग्रेस को सत्ता में लाने के लिए संघर्ष अरुण यादव ने किया पर मलाई कमलनाथ खा रहे हैं।
अपने ही बोझ से गिरेगी सरकार।
पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने भी कांग्रेस में मचे घमासान पर चुटकी ली। मिश्रा के मुताबिक उन्होंने कहा था कि कमलनाथ सरकार अपने ही बोझ से गिर जाएगी। अब ये बात सही साबित होने जा रही है।