पटवारी की मनमानी और असभ्य बर्ताव के कारण ही लोकसभा चुनाव में हुई कांग्रेस की हार।
प्रदेश अध्यक्ष पटवारी और प्रदेश प्रभारी जितेंद्र सिंह को तुरंत पद से हटाए कांग्रेस आलाकमान।
प्रेसवार्ता के जरिए वरिष्ठ कांग्रेस नेता अजय चौरडिया ने की मांग।
पटवारी और अक्षय बम के बीच सांठगांठ का लगाया आरोप।
इंदौर : विधानसभा चुनाव के बाद लोकसभा चुनाव में भी मप्र में मिली करारी हार से कांग्रेसजनों में निराशा घर कर गई है। कई वरिष्ठ नेता इसके लिए कांग्रेस की इस दुर्दशा और बदहाली के लिए पार्टी के प्रादेशिक नेतृत्व को जिम्मेदार मानते हैं। कांग्रेस के उद्योग एवं व्यापार प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष अजय चौरडिया ने तो मुखर होकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और प्रदेश प्रभारी भंवर जितेंद्र सिंह के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उनका कहना था कि हारे हुए इन नेताओं के हाथों में पार्टी की कमान देने से ही मप्र में कांग्रेस की ये हालत हुई है।
असभ्यता से बात करते हैं पटवारी।
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी पर सनसनीखेज आरोप लगाते हुए चौरडिया ने कहा कि अपनी ही सीट नहीं बचा पाए जीतू पटवारी पार्टी की कमान हाथ में आने के बाद मदमस्त हो गए हैं। अपने से वरिष्ठ और कई बार चुनकर आए जनप्रतिनिधियों से भी वे असभ्य तरीके से बात करते हैं। किसी का सलाह देना उन्हों पसंद नहीं है। उनके मनमाने और बेरूखे बर्ताव की वजह से ही हजारों कार्यकर्ता कांग्रेस छोड़कर चले गए हैं। उन्होंने कई उदाहरण देते हुए कहा कि पार्टी में संवादहीनता की स्थिति पैदा हो गई है। अधिकांश कांग्रेसजन पटवारी के बर्ताव से त्रस्त हैं।
विधानसभा से भी बुरी गत हुई लोकसभा में।
अजय चौरडिया ने जीतू पटवारी और भंवर जितेंद्र सिंह को निशाने पर लेते हुए कहा, विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को 66 विधानसभा सीटों पर जीत मिली थी पर लोकसभा चुनाव में तो केवल 23 विधानसभा सीटों पर ही कांग्रेस को बढ़त मिल पाई। जब देश के अन्य राज्यों में कांग्रेस व इंडी गठबंधन को अच्छी सफलता मिली तो मप्र में इतनी बुरी गत होना प्रदेश नेतृत्व पर सवाल खड़े करता है।
अक्षय बम कांग्रेस छोड़ेंगे, यह संज्ञान में था पटवारी के।
चौरडिया ने आरोप लगाया कि अक्षय बम और जीतू पटवारी की सांठगांठ थी। पटवारी के संज्ञान में था की अक्षय बम बीजेपी नेताओं के संपर्क में हैं और कभी भी पार्टी छोड़ सकते हैं, बावजूद इसके उन्हें टिकट दिया गया। यही नहीं पटवारी ने ही किसी अन्य कांग्रेस के नेता को डमी फॉर्म भरने नहीं दिया। मनमाने ढंग से टिकट देने के कारण ही कांग्रेस प्रदेश की सभी लोकसभा सीटें हार गई।चौरडिया ने दावा किया कि अभी भी पटवारी, अक्षय बम के संपर्क में हैं।
पेपर लीक का मामला जानबूझकर नहीं उठाया।
अजय चौरडिया ने आरोप लगाया कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने देवी अहिल्या विश्वविद्यालय में पेपर लीक का मामला इसलिए जोर – शोर से नहीं उठाया क्योंकि इससे अक्षय बम के कॉलेज की मान्यता रद्द हो जाती।
फुलछाप कांग्रेसी को बनाना चाहते थे शहर कांग्रेस अध्यक्ष।
चौरडिया ने पटवारी पर आरोपों की बौछार करते हुए कहा कि उन्होंने जब से कमान संभाली हैं, कांग्रेस गर्त में जा रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि पटवारी फुलछप कांग्रेसी को शहर कांग्रेस की कमान सौंपना चाहते थे।वे हरसमय चाटुकारों से घिरे रहते हैं।
प्रदेश कांग्रेस को चाहिए नया नेतृत्व।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता अजय चौरडिया ने जीतू पटवारी को प्रदेश अध्यक्ष और जितेंद्र सिंह को प्रदेश प्रभारी के पद से हटाने की मांग कांग्रेस आलाकमान से की है। उन्होंने कहा कि प्रदेश कांग्रेस को ऊर्जावान और पार्टी के प्रति समर्पित नेतृत्व की दरकार है जो सबको साथ लेकर चल सकें। पार्टी में ऐसे नेताओं की कमी नहीं है।