इंदौर : मुंबई क्रूज शिप ड्रग्स केस के तार मध्यप्रदेश की औद्योगिक राजधानी और मिनी मुंबई कहे जाने वाले इंदौर शहर से जुड़ गए हैं। इस केस में अभिनेता शाहरूख खान का बेटा आर्यन भी आरोपी है। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार मुंबई एनसीबी ने तस्कर अय्यूब के बेटे को शामगढ़ (मंदसौर) से पकड़ा है। अय्यूब को इंदौर क्राइम ब्रांच ने एक किलो एमडीएमएम के साथ पकड़ा था। अय्यूब फिलहाल जेल में बंद है। एएसपी क्राइम ब्रांच जीपी पाराशर ने इस बात की पुष्टि की है। इस बारे में एनसीबी से जानकारी साझा की गई थी।
माकड़ी रोड शामगढ़ (मंदसौर) के शातिर तस्कर अय्यूब शाह उर्फ माटसाहब को जिला क्राइम ब्रांच ने एक करोड़ 10 लाख रुपये की ड्रग के साथ गिरफ्तार किया था। आरोपी बैंड-बाजा पार्टी में काम करता था और हाईप्रोफाइल घरानों के बरातियों को ड्रग की सप्लाई करता था। उसके तार टेंट कारोबारी दिनेश अग्रवाल और भिश्ती मोहल्ला के तस्कर रईस उर्फ रईसुद्दीन से जुड़े हैं।
छह साल के भीतर अय्यूब पांच करोड़ से अधिक की ड्रग बेच चुका है। क्राइम ब्रांच एएसपी गुरुप्रसाद पाराशर के मुताबिक, भिश्ती मोहल्ला (सदर बाजार) निवासी रईस ने ही अय्यूब पुत्र कल्लू शाह के बारे में बताया था। रईस को क्राइम ब्रांच 70 करोड़ रुपये की ड्रग के साथ गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। पुलिस ने अय्यूब की तलाश की लेकिन मोबाइल बंद कर मंदसौर से फरार हो गया। जांच बंद होने की जानकारी मिलने पर अय्यूब दोबारा सक्रिय हुआ और एमडीएमए ड्रग बेचने लगा।
दो दिन पूर्व क्राइम ब्रांच टीआई आरसी भास्करे की टीम ने आरोपी को सांवेर बायपास से गिरफ्तार कर लिया। एएसपी के मुताबिक, अय्यूब शादीब्याह में बैंड बजाता है और करीब 10 साल से स्मैक, एमडीएमए, अफीम, चरस सप्लाई करता था। वर्ष 2015 में वह टेंट कारोबारी दिनेश अग्रवाल के संपर्क में आया और एमडीएमए खरीद – फरोख्त में लग गया। अय्यूब का भाई गुड्डू भी तस्करों से जुड़ा है। उसने रईस से मिलवा दिया और मुंबई, तमिलनाडु व राजस्थान तक ड्रग का नेटवर्क तैयार कर लिया।
सात माह में 34 तस्कर गिरफ्तार, 73 करोड़ की ड्रग बरामद।
एएसपी के मुताबिक, एमडीएमए खरीद-फरोख्त में क्राइम ब्रांच जनवरी से अगस्त तक 34 तस्करों को गिरफ्तार कर करीब 73 करोड़ रुपये की ड्रग बरामद कर चुकी है। गिरफ्तार आरोपियों में मुंबई बम ब्लास्ट और गुलशन कुमार हत्याकांड के आरोपी भी शामिल हैं। पुलिस मुंबई, तमिलनाडु और राजस्थान के पैडलरों की तलाश कर रही है।
अजमेर-मुंबई के धार्मिक स्थलों व जेल में बना नेटवर्क।
मुम्बई, अजमेर को बनाया ड्रग तस्करी का अड्डा।
गिरफ्तार ज्यादातर तस्करों ने अजमेर व मुंबई में धार्मिक स्थलों को एमडीएमए की डिलीवरी का अड्डा बना लिया था। रज्जाक अहमद नूर, खुर्शीद उर्फ कुड़ी बाबा, शेख गुलाम हैदर अजमेर शरीफ आने वाले यात्रियों को ड्रग्स सप्लाई करते थे, वहीं मेहजबीन शेख निजामुद्दीन (दिल्ली) में एक दरगाह पर किन्नर से ड्रग्स खरीदने के लिए मिली थी। एएसपी के मुताबिक, आरोपित रईस ने पूछताछ में बताया कि वह पांच साल पहले ड्रग तस्करी में आर्थर रोड जेल (मुंबई) में बंद था, वहीं उसकी मुलाकात मुंबई के ड्रग माफिया से हुई और मादक पदार्थों की खरीद शुरू कर दी। गिरोह के अय्यूब इब्राहिम कुरैशी (मुंबई बम कांड का आरोपी) और वसीम खान (गुलशन कुमार हत्याकांड का आरोपी) भी उससे जेल में ही मिले थे।