मुम्बई : राजनीति में रातों रात कैसे उलटफेर हो सकता है, महाराष्ट्र इसका सबसे बड़ा उदाहरण है। दरअसल, महाराष्ट्र से अलसुबह एक ऐसी खबर आई जिसने समूचे देश की राजनीति में उबाल ला दिया। शिवसेना कल रात तक निश्चिंत थी कि गठबंधन की सरकार बनने जा रही है और उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री बनेंगे। लेकिन रातो रात कुछ ऐसा हुआ कि ये कहावत चरितार्थ हो गई कि ‘जिस जिस पर ये जग हँसा है उसी ने इतिहास रचा है।’ भले ही ये ट्वीट संजय राउत ने किया हो लेकिन इसके मायने बदले नजर आ रहे है। जिस बीजेपी के बारे में कल तक माना जा रहा था कि महाराष्ट्र की सियासत से दूर हो गई है दरअसल वह पर्दे के पीछे अपनी रणनीति पर काम कर रही थी। जब सब ये मानकर चल रहे थे कि अब शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी की सरकार बनने की केवल औपचारिकता शेष है तभी कुछ ऐसा हुआ कि रातोंरात समीकरण बदले और सुबह राजनीति की एक सर्जिकल स्ट्राइक सामने आई। सुबह टीवी पर वो खबर झलक रही थी जिसमें राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी महाराष्ट्र के सीएम के बतौर देवेंद्र फडणवीस को सीएम पद की शपथ दिला रहे हैं। और डिप्टी सीएम के रूप में अजित पंवार। बीजेपी के पास 105 विधायक हैं। एनसीपी के 54 और 15 निर्दलीय विधायक हैं। ऐसे में बहुमत का आंकड़ा 145 आसानी से पार किया जा सकेगा क्योंकि जो जानकारी मिल रही है उसके हिसाब से अजित पंवार 30 विधायकों के साथ बीजेपी के समर्थन में आये है। इधर, महाराष्ट्र में शिवसेना खुद को ठगा सा महसूस कर रही है । बीजेपी की इस चाल ने ना सिर्फ शिवसेना बल्कि एनसीपी सुप्रीमों शरद पवांर और कांग्रेस को भी सकते में डाल दिया है।
बहरहाल, बीजेपी ने चतुर खिलाड़ी की तरह अपनी सियासी चाल चलते हुए एनसीपी में सेंध लगाकर अपनी सरकार तो बना ली है पर विधानसभा में वह अपना बहुमत सिद्ध कर पाती है या नहीं यह देखना अब दिलचस्प होगा।
( इस खबर के लेखक पत्रकार आकाश धौलपुरे हैं। )