इंदौर : जिले में कोरोना संक्रमण के फैलाव को प्रभावी रूप से रोकने के लिए माइक्रो कंटेनमेंट एरिया बनाए जा रहे हैं। इसके सुखद परिणाम भी दिखाई दे रहे हैं। सिलिकॉन सिटी में माइक्रो कैंटोनमेंट एरिया बनाकर संक्रमण फैलने से रोका गया। यहां पॉजिटिविटी दर में अपेक्षित कमी आयी है। जहां पूर्व में पॉजिटिविटी दर 25 से 30 प्रतिशत थी, वहां घटकर अब मात्र लगभग 3 प्रतिशत हो गई है। एसडीएम प्रतुल सिन्हा ने बताया कि क्षेत्र में संक्रमण की दर अधिक थी। संक्रमण का फैलाव निरंतर हो रहा था । इसको रोकने के लिए कलेक्टर मनीष सिंह ने माइक्रो कंटेनमेंट एरिया बनाकर रोकथाम के लिए सभी जरूरी उपाय करने के निर्देश दिए। सिन्हा ने बताया कि कलेक्टर द्वारा दिए गए निर्देशों के परिपालन में बैरिकेटिंग कर आवाजाही को प्रतिबंधित किया गया। क्षेत्र का सेनिटाइजेशन कराया गया। घर घर सर्वे किया गया। पॉजिटिव मरीजों को कोविड केयर सेंटर में भेजा गया। ऐसे मरीज जो वृद्ध हैं, अशक्त हैं या जिन के छोटे बच्चे हैं, गर्भवती महिलाएं हैं उनको होम आइसोलेट किया गया। उपचार के लिए उन्हें किट का वितरण भी किया गया। इसके अलावा क्षेत्र में सैंपल लेकर टेस्टिंग का कार्य भी निरंतर किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि माइक्रो कैंटोनमेंट एरिया बनने के पूर्व पिछले दो माह में यहां लगभग 1100 पॉजिटिव मरीज आ चुके थे। पिछले 20 दिनों में 450 मरीज सामने आए । संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए कैंटोनमेंट एरिया बनाकर गत 23 मई से कार्य शुरू किया गया। इसके प्रभावी परिणाम दिखाई दे रहे हैं। बीते 3 दिनों में मात्र 7 मरीज ही पॉजिटिव मिले हैं। गुरुवार को मात्र एक मरीज ही पॉजिटिव मिला है। यहां पर माइक्रो कैंटोनमेंट एरिया के विभिन्न बिंदुओं का पालन कराने में नागरिकों का बेहतर सहयोग मिल रहा है। सर्वे का कार्य निरंतर जारी है।
नायब तहसीलदार रेखा सचदेवा ने बताया कि क्षेत्र में नियंत्रण तथा विभिन्न कार्यों के लिए राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों, नागरिकों, जनप्रतिनिधियों, स्वयंसेवी संगठनों, आदि का सक्रिय एवं उल्लेखनीय सहयोग मिल रहा है। साथ ही क्षेत्र में सुरक्षा और अन्य व्यवस्थाओं के लिए पुलिस द्वारा भी सक्रिय भूमिका निभाई जा रही है।
एसडीएम प्रतुल सिन्हा ने बताया है कि सिलिकॉन सिटी तथा इसके आस-पास की स्टार सिटी, शिव सिटी और पुलक सिटी को भी कंटेनमेंट एरिया घोषित किया गया। इस क्षेत्र में 30 हजार से भी अधिक लोग निवासरत हैं। निवासरत लोगों को कंटेन करना एक चुनौती थी। इस चुनौती का सामना सभी के सहयोग से किया गया। परिणामस्वरूप कोरोना के मामले में निरंतर कमी आई। क्षेत्र में दवाई, दूध, पानी के टैंकर, किराना सामग्री आदि की समुचित व्यवस्था की गई है। सर्वे और सैंपलिग का कार्य भी सर्वोच्च प्राथमिकता पर कराया गया है।
माइक्रो कंटेन्मेंट एरिया बनाने के सुखद परिणाम आए सामने, पॉजिटिविटी दर हुई कम
Last Updated: May 28, 2021 " 12:14 am"
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