मीडियाकर्मियों पर हमले और शहर में बढ़ते अपराधों के खिलाफ विशाल मौन रैली

  
Last Updated:  June 2, 2024 " 12:06 am"

पत्रकारों, सामाजिक संगठनों और राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि उतरे सड़क पर।

इंदौर प्रेस क्लब के बैनर तले महात्मा गांधी के चरणों में अर्पित किया मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन।

इंदौर : इंदौर प्रदेश की आर्थिक राजधानी होने के साथ सांस्कृतिक और संस्कारी शहर है। सामाजिक समरसता, सेवा भावना इस शहर की मूल पहचान है। दुर्भाग्य की बात है कि शांति का टापू कहे जाने वाले इस शहर पर असामाजिक तत्व हावी होते जा रहे हैं। लगातार आपराधिक घटनाएं बढ़ रही हैं। इनके खिलाफ आवाज उठाने वाले पत्रकार भी हमले का शिकार होने लगे हैं। मौजूदा हालात न सिर्फ शहर के अमन पसंद लोगों की चिंता बढ़ा रहे हैं वहीं जनता भी हालातों से खौफजदा है। खुलेआम हो रही गुंडागर्दी, देवी अहिल्याबाई के नगर को बदनुमा दाग लगा रही है। यही कारण है कि शनिवार को इंदौर प्रेस क्लब के बैनर तले शहर की सामाजिक, साहित्यिक व सांस्कृतिक संस्थाओं ने मौन रैली के जरिए आक्रोश की अभिव्यक्ति की।

इंदौर प्रेस क्लब से रीगल तिराहा स्थित गांधी प्रतिमा तक निकली गई इस मौन रैली के जरिए बढ़ते अपराधों का विरोध करने के साथ प्रशासन को यह संदेश देना था कि वे गुंडे – बदमाशों पर लगाम कसे ताकि शहर के लोग खुद को सुरक्षित महसूस कर सके। मौन रैली के समापन पर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन माहत्मा गांधी चरणों में अर्पित किया गया।

प्रेस क्लब अध्यक्ष अरविंद तिवारी ने ज्ञापन का वाचन करते हुए कहा यह जनता की सुरक्षा और इस शहर की शांति का सवाल है। पुलिस प्रशासन की तरफ से ऐसी कोई कार्रवाई नजर नहीं आती, जिससे जनता को सुरक्षा का अहसास हो सके। पिछले दिनों वरिष्ठ पत्रकार एवं इंदौर प्रेस क्लब के कार्यकारिणी सदस्य अंकुर जायसवाल पर कुख्यात अपराधियों द्वारा प्राण घातक हमला कर दिया गया। इस अपराध के असली मास्टर माइंड अभी तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं। यह अपराधी कई बड़े अवैध कारोबार के संचालक होने के साथ ही शहर में संगठित अपराध के संरक्षक भी माने जाते हैं। कमजोर कानून व्यवस्था का ही परिणाम है कि शुक्रवार रात डिजियाना न्यूज ग्रुप के निदेशक तेजिंदरसिंह घुम्मन और उनके परिवार पर आपराधिक तत्वों ने हमला कर दिया। शहर में बढ़ रहे अपराध समाज को भयाक्रांत कर रहे हैं। हम मीडिया बिरादरी के साथी शहर की सामाजिक, साहित्यिक, सांस्कृतिक संस्थाओं के साथ राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के चरणों में मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन अर्पित कर रहे हैं। इस उम्मीद के साथ कि देवी अहिल्या के शहर का अमन-चैन लौट सके।

प्रेस क्लब महासचिव हेमंत शर्मा ने बताया कि मौन रैली में शहर के सभी प्रबुद्धजनों ने भाग लिया, जिसमें हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष रीतेश इनानी, जिला बार एसोसिएसन अध्यक्ष सुरेंद्र वर्मा, सामाजिक संस्था अभ्यास मंडल के अध्यक्ष रामेश्वर गुप्ता, सेवा सुरभि के ओम नरेडा, हिन्दी साहित्य समिति के अरविंद ओझा, विचार प्रवाह साहित्य मंच के मुकेश तिवारी, इंदौर लेखिका संघ की मणिमाला शर्मा, स्वदेशी जागरण मंच की अलका सैनी, संस्था उड़ान की वैशाली शर्मा, मातृभाषा उन्नयन संस्थान के अर्पण जैन, हाईकोर्ट बार के सदस्य तेजस व्यास, जिला बार के पुरुषोत्तम सोमानी, समाजसेवी घनश्याम वैष्णव, प्रेस क्लब उपाध्यक्ष दीपक कर्दम, प्रदीप जोशी, सचिव अभिषेक मिश्रा, कोषाध्यक्ष संजय त्रिपाठी, कार्यकारिणी सदस्य करिश्मा कोतवाल, अभय तिवारी, प्रवीण बरनाले, राहुल वावीकर, वरिष्ठ पत्रकार डॉ. प्रतीक श्रीवास्तव, ललित उपमन्यु, शैलेष पाठक, नितिन शर्मा, महेंद्र सोनगिरा, पीयूष पारे, संजय सूद, मधुर जायसवाल, अधिवक्ता सौरभ मिश्रा, नंदकिशोर शर्मा, शहर कांग्रेस अध्यक्ष सुरजीत चड्ढा, जिलाध्यक्ष सदाशिव यादव, कार्यवाहक अध्यक्ष देवेन्द्र सिंह यादव, राजेश चौकसे, नेता प्रतिपक्ष चिंटू चौकसे, अनिल यादव, महिला कांग्रेस अध्यक्ष सोनिला मिमरोट, निलाभ शुक्ला, युवा कांग्रेस अध्यक्ष रमीज खान, वरिष्ठ पत्रकार प्रदीप मिश्रा, चंद्रशेखर शर्मा, विनोद पाठक, सुधाकर सिंह, राजेंद्र कोपरगांवकर, महेश मिश्रा, लक्ष्मीकांत पंडित, के.एल. जोशी, कैलाश सिसोदिया, अतुल गौतम, संतोष शितोले, नीतेश पाल, विकाससिंह सोलंकी, नाना नागर, मदन दुबे, नरेंद्र जोशी, विमल गर्ग, बालकृष्ण मुले, पंकज शर्मा, संजय लाहोटी, संदीप जैन, प्रवीण सावंत, सौरभ पवार, सतीश गौड़, राजू रायकवार, नवीन मौर्य, आनंद शिवरे, विशाल चौधरी, दीपक जैन, राजेंद्र गुप्ता, आशु पटेल, अनिल पुरोहित, आशीष जादौन, अनिल शुक्ला, योगेश राठौर, अशोक समन, दीपक मंत्री, संजय अग्रवाल, प्रमोद दाभाड़े, चेतन मोहनवानी, प्रदीप चौधरी, प्रदीप जोशी, निजाम अली, संजय ओझा, सुनील वर्मा, निकिता रघुवंशी, सरिता काला, विनी आहुजा, खुशबू यादव, चंद्रकांत मरमट, आशीष मालवीय, ललित भारद्वाज, जयसिंह रघुवंशी, प्रवीण जोशी, पुनित विजयवर्गीय, लोकेंद्र थनवार, धर्मेंद्र शुक्ला, गिरीश कानूनगो, घनश्याम डोंगरे, अरविंद रघुवंशी, अभिषेक रघुवंशी, अर्जुनसिंह राजपूत, पवन राठौर, हेमंत शर्मा, पंकज भारती, सुरेंद्रसिंह पंवार सहित बड़ी संख्या में मीडिया के साथी शामिल थे।

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