मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने बच्चों को पर्यावरण की रक्षा और सभी के सम्मान का दिलाया संकल्प

  
Last Updated:  September 2, 2022 " 09:08 pm"

मामा शिवराज ने बच्चों से साझा की आज़ादी की कुछ जानी- अनजानी कहानियां।

मुख्यमंत्री ने किया सांस्कृतिक एवं नैतिक प्रशिक्षण संस्थान का शुभारंभ।

75 महापुरुषों पर केंद्रित पुस्तक का मुख्यमंत्री ने किया विमोचन।

महापुरुषों की वेशभूषा में 75 बच्चे रहे आकर्षण का केंद्र।

हजारों बच्चों ने पेश किया सामूहिक वंदे मातरम् ।

इंदौर : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शुक्रवार को इंदौर के अभय प्रशाल में “तेरा वैभव अमर रहे माँ” कार्यक्रम में अलग ही अन्दाज़ में नज़र आए। मुख्यमंत्री चौहान ने सांस्कृतिक एवं नैतिक प्रशिक्षण संस्थान के इंदौर चेप्टर का शुभारंभ करने के साथ स्कूली छात्र-छात्राओं के साथ खुला संवाद कर चंद्रशेखर आजाद, भगत सिंह, उधमसिंह जैसे क्रांतिकारियों की कहानियाँ बच्चों को सुनाई। मुख्यमंत्री श्री चौहान के साथ बच्चों की केमिस्ट्री यादगार बन गई। अपने बीस मिनट के बच्चों से वार्तालाप के दौरान मुख्यमंत्री ने देश-भक्ति के रंगों में सभी को भिगोया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने सभी बच्चों को पर्यावरण की रक्षा, सबका सम्मान और विश्व-कल्याण का संकल्प भी दिलाया। कार्यक्रम में देश की आजादी के लिए अपने प्राण न्योछावर करने वाले 75 क्रांतिकारी, स्वतंत्रता सेनानियों पर केंद्रित पुस्तक का विमोचन किया गया। इन आजादी के मतवालों की वेशभूषा पहने बच्चे इस दौरान आकर्षण का केंद्र बनें रहे। कार्यक्रम का चरम बिंदु वो था, जब अभय प्रशाल में मौजूद हजारों बच्चों ने सामूहिक रूप से वंदे मातरम् गाकर राष्ट्रभक्ति का अद्भुत मंजर रच दिया।

हजारों साल पुरानी है भारत की सभ्यता और संस्कृति।

कार्यक्रम में बच्चों से आत्मीय संवाद साधते हुए मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि वसुधैव कुटुंबकम सदैव ही भारत का ध्येय रहा है। हमारे देश ने इस भाव को अपने अंदर समाहित किया – “सब सुखी रहें, सब निरोगी रहें और सब का कल्याण हो।” उन्होंने कहा कि जब तथाकथित विकसित देशों में सभ्यता का सूर्य उदय भी नहीं हुआ था, तब भारत में वेदों की ऋचाएँ गढ़ ली गई थी। उन्होंने कहा कि देश-भक्ति के भाव के साथ देश एवं प्रदेश के विकास में अपना योगदान दें।

माता – पिता, गुरु और बहन – बेटियों का करें सम्मान।

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि जब परतंत्रता की बेड़ियों ने भारत को जकड़ा तब हमारे क्रांतिकारियों ने देश की आजादी की लड़ाई लड़ी। मुख्यमंत्री ने विद्यार्थियों को क्रांतिकारियों द्वारा आजादी के संकल्प के लिए दिए गए बलिदान की जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने उपस्थित विद्यार्थियों का आह्वान किया कि आज हमें देश के लिए जीना है और देश-भक्ति के भाव के साथ अपने देश एवं प्रदेश के विकास और प्रगति में योगदान देना है। उन्होंने कहा कि कर्मठ और ईमानदार नागरिक ही देश एवं प्रदेश का निर्माण करते हैं। आज की युवा पीढ़ी को ऐसा ही नागरिक बन कर राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान देना है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने विद्यार्थियों को अपने माता-पिता, गुरू और बहन-बेटियों का सम्मान और इज्जत करने का भाव अपने अंदर विकसित करने का संकल्प लेने की बात कही।

हर विद्यार्थी अपने जन्म-दिन पर एक पौधा लगाने का लें संकल्प।

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि विश्व के सभी जीव-जंतुओं में एक ही चेतना है। हमें सिर्फ मनुष्य ही नहीं बल्कि प्रकृति और यहाँ रहने वाले पशु-पक्षियों की भी रक्षा करनी है। उनके प्रति प्रेम का भाव उत्पन्न करना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वे रोज पौधे रोप कर अपने दिन की शुरुआत करते हैं। उन्होंने छात्रों को संकल्प दिलाया कि वे सभी अपने जन्म-दिन पर एक पौधा अवश्य लगाएँ और प्रकृति के प्रति अपनी कृतज्ञता प्रकट करें। उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी सिर्फ अपने लिए नहीं बल्कि विश्व-कल्याण के लिए जिए, पर्यावरण का संरक्षण करें और अगर जरूरत पड़े तो देश के लिए अपना सर्वस्व भी न्यौछावर कर दें।
कार्यक्रम को सांस्कृतिक एवम नैतिक प्रशिक्षण संस्थान के राष्ट्रीय संयोजक गुणवंत कोठारी और चेयरमैन विनोद अग्रवाल ने भी संबोधित किया।

75 महापुरूष पर केन्द्रित पुस्तक का विमोचन।

मुख्यमंत्री चौहान ने संस्थान द्वारा आजादी के अमृत महोत्सव पर प्रकाशित 75 महापुरुषों की जीवन गाथा पर केन्द्रित पुस्तक का विमोचन भी किया। इस दौरान 75 स्कूली बच्चे क्रांतिकारी और महापुरूषों की वेशभूषा में मंच पर आए। मुख्यमंत्री सहित सभी नागरिकों ने इन बच्चों का अभिवादन किया। छात्र-छात्राओं द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति भी दी गई।

हजारों बच्चों ने पेश किया सामूहिक वंदे मातरम्।

कार्यक्रम का चरमोत्कर्ष पल वो रहा जब अभय प्रशाल में मौजूद 70 स्कूलों के हजारों बच्चों ने सामूहिक रूप से राष्ट्रगीत वंदे मातरम् का गायन किया। बच्चों के राष्ट्र के प्रति इस अनुराग की मुख्यमंत्री सहित तमाम अतिथियों ने सराहना की।

प्रारंभ में अतिथियों ने दीप प्रज्ज्वलन किया। अतिथि स्वागत मयूरेश पिंगले, आलोक दवे, राधेश्याम शर्मा, महावीर जैन, मंजूषा जौहरी, सुमित सुरी और ग्रीष्मा त्रिवेदी ने किया। कार्यक्रम का संचालन विनोद बिरला, दिनेश दवे और रिचा दीवान ने किया। आभार कार्यक्रम संयोजक सुमित सुरी ने माना।

जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, सांसद शंकर लालवानी, महापौर पुष्यमित्र भार्गव, राज्य-सभा सदस्य कविता पाटीदार, विधायक महेंद्र हार्डिया, मालिनी गौड़, रमेश मेंदोला सहित अन्य जन-प्रतिनिधि, सांस्कृतिक एवं नैतिक प्रशिक्षण संस्थान इंदौर चेप्टर के चेयरमेन विनोद अग्रवाल एवं संयोजक सहित बड़ी संख्या में नागरिक एवं छात्र-छात्राएँ इस दौरान उपस्थित रहें।

Facebook Comments

Related Posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *