इंदौर : यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन UGC ने देश के 24 स्वयंभू और गैर मान्यता प्राप्त संस्थानों की एक सूची जारी की है। UGC ने इन संस्थानों को फर्जी करार दिया है। आयोग की सूची के अनुसार इसमें सबसे ज्यादा संस्थान उत्तर प्रदेश और उसके बाद राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली में हैं।
यूजीसी के सचिव रजनीश जैन ने बताया कि वर्तमान में 24 स्वयंभू और गैर मान्यता प्राप्त संस्थान यूजीसी कानून का उल्लंघन करते हुए संचालित हो रहे हैं। इन्हें फर्जी यूनिवर्सिटी घोषित किया गया है। कोई भी डिग्री प्रदान करने का अधिकार इन संस्थानों को नहीं है।
बता दें कि UGC की इस फर्जी विश्वविद्यालयों की सूची में 8 संस्थान अकेले उत्तर प्रदेश के हैं। वहीं, दिल्ली में ऐसे 7 और ओडिशा और पश्चिम बंगाल में 2-2 संस्थान हैं। इसके अलावा कर्नाटक, केरल, महाराष्ट्र, पुडुचेरी और महाराष्ट्र में एक-एक फर्जी विश्वविद्यालय है।
उत्तर प्रदेश के फर्जी विश्वविद्यालय।
वारणसेय संस्कृत विश्वविद्यालय, वाराणसी,।
महिला ग्राम विद्यापीठ/विश्वविद्यालय, प्रयाग।
गांधी हिंदी विद्यापीठ, प्रयाग।
नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ इलेक्ट्रोकॉमप्लेक्स होम्योपैथी, कानपुर।
नेताजी सुभाष चंद्र बोस यूनिवर्सिटी, अलीगढ़।
उत्तर प्रदेश विश्वविद्यालय, कोसी कलां, मथुरा।
महाराणा प्रताप शिक्षा निकेतन विश्वविद्यालय, प्रतापगढ़।
इंद्रप्रस्थ शिक्षा परिषद, इंस्टीट्यूशनल एरिया, माकनपुर, नोएडा।
दिल्ली में संचालित हैं यह फर्जी विश्वविद्यालय।
कमर्शियल यूनिवर्सिटी लिमिटेड, दरियागंज।
यूनाइटेड नेशन्स यूनिवर्सिटी, दिल्ली।
वॉकेशनल यूनिवर्सिटी, दिल्ली।
एडीआर.सेंट्रिक यूनिवर्सिटी,
राजेंद्र प्लेस विश्वकर्मा ओपन यूनिवर्सिटी फॉर सेल्फ एमप्लॉयमेंट, दिल्ली।
आध्यात्मिक विश्वविद्यालय, रोहिणी।
अन्य राज्यों में चल रहे फर्जी विश्वविद्यालय।
इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ अल्टरनेटिव मेडिसिन, कोलकाता।
इंस्टीट्यूट ऑफ अल्टरनेटिव मेडिसिन एंड रिसर्च, कोलकाता, पश्चिम बंगाल।
नवभारत शिक्षा परिषद, राउरकेला और नॉर्थ ओडिशा।
यूनिवर्सिटी ऑफ एग्रीकल्चर एंड टेक्नोलॉजी, मयूरभंज ओडिशा।
बडागानवी सरकार वर्ल्ड ओपन यूनिवर्सिटी एजुकेशन सोसायटी, बेलगाम कर्नाटक।
सेंट जॉन यूनिवर्सिटी कृष्णाटम, केरल।
राजा अरेबिक यूनिवर्सिटी, नागपुर, महाराष्ट्र।
क्राइस्ट न्यू टेस्टामेंट डीम्ड यूनिवर्सिटी, गुंटूर, आंध्र प्रदेश।
श्री बोधि एकेडमी ऑफ हायर एजुकेशन, पुडुचेरी।