रतलाम : कुछ दिनों पूर्व हुए सनसनीखेज तिहरे हत्याकांड के मुख्य आरोपी को पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया।खाचरोद रोड पर मदरसे के पास ये मुठभेड़ हुई। पुलिस अधीक्षक गौरव तिवारी ने एनकाउंटर में मुख्य आरोपी के मारे जाने की पुष्टि की है। मुठभेड़ में 5 पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं। तिहरे हत्याकांड के चार आरोपियों को पहले ही गिरफ़्तार कर लिया गया था, जबकि घटना का मास्टरमाइंड आरोपी दिलीप देवल फरार था।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक तिहरे हत्याकांड के मास्टरमाइंड आरोपी दिलीप देवल ने खाचरोद नाके के समीप एक कॉलोनी में मकान किराए पर ले रखा था। पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि आरोपी दिलीप देवल किराए के मकान में रात रुकने के लिए जा रहा है। इस पर पुलिस टीम ने मौके पर पहुंचकर घेराबंदी की। पुलिस को देखते ही आरोपी दिलीप ने फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस की जवाबी फायरिंग में आरोपी घायल हो गया। उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। आरोपी की फायरिंग में पांच पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं, जिनका इलाज किया जा रहा है। बताया जाता है कि आरोपी दिलीप देवल ने पूर्व में भी एक महिला की हत्या की थी। उक्त मामले में वह फिलहाल पेरोल पर जेल से बाहर आया था।
ये था तिहरा हत्याकांड..
रतलाम शहर के औद्योगिक क्षेत्र थाना के अंतर्गत आने वाले राजीव नगर (जवाहर नगर मुक्तिधाम के पास) स्थित एक 4 मंजिला मकान में रहने वाले 50 वर्षीय गोविंदराम सोलंकी, उनकी पत्नी शारदा तथा 20 वर्षीय बेटी दिव्या की कार्तिक शुक्ल एकादशी 25 नवंबर की रात को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। छोटी दीपावली होने की वजह से गोलियों की आवाज़ सुनाई नहीं देने की बात कही गई थी। परिवार मकान की दूसरी मंजिल पर रहता था। अगले दिन सुबह जब तीसरी मंजिल पर रहने वाली किराएदार नर्स अपने स्कूटर की चाभी लेने परिवार के घर गई तब तीनों की लाश मिलने से घटनाक्रम उजागर हुआ। लाशें दो अलग अलग कमरों में थी और घर का दरवाजा खुला हुआ था। नर्स का स्कूटर जो घर के नीचे खड़ा था, वो भी मौके से गायब मिला। सूचना मिलने ही पुलिस मौके पर पहुंची थी। पुलिस कप्तान गौरव तिवारी सहित आला पुलिस अधिकारी, एफएसएल और डॉग स्क्वाड भी मौके पर पहुंचे थे। 26 नवंबर को ही पुलिस ने देवरा देवनारायण नगर से नर्स का स्कूटर खोज निकाला। पुलिस की पूछताछ में जो जानकारी सामने आई उसके अनुसार मृतक गोविंदराम स्टेशन रोड स्थित एक हेयर सैलून पर काम करता था जबकि उसकी पत्नी शारदा के बारे में चोंकाने वाली बात पता चली कि वो अवैध शराब बिक्री कारोबार में लिप्त थी। बेटी दिव्या नर्सिंग की पढ़ाई कर रही थी तथा लॉकडाउन के कारण कॉलेज की क्लास नहीं लगने से अपनी बड़ी बहन मोना के साथ बिजली कंपनी से जुड़े किसी काम मे संलग्न थी। घटनाक्रम सनसनीखेज एवं पेचीदा होने से पुलिस तुरंत सक्रिय हुई तथा खोजबीन में जुट गई थी। पुलिस को 2 संदिग्ध युवकों के स्कूटर पर देवरा देवनारायण नगर की तरफ जाने की सूचना तथा वीडियो फुटेज हाथ लगे थे। गहराई से पड़ताल करने पर पुलिस को आरोपियों के पैदल घूमते हुए वीडियो फुटेज मिल गए थे। मामला गंभीर प्रकृति का होने की वजह से IG ने आरोपियों पर 30 हजार का ईनाम घोषित किया था। पुलिस ने आरोपियों का सुराग लगाते हुए 4 आरोपियों को धर- दबोचा था जबकि मुख्य आरोपी दिलीप देवल फरार था। उसे गुरुवार को मुठभेड़ में मार गिराया गया।