इन्दौर : शहर के राजवाडा को बम से उड़ाने की धमकी देने वाला बदमाश पुलिस की गिरफ्त में आ गया है। बदमाश ने पहचान छिपाने के लिए डाक के माध्यम से व्यापारी को धमकी वाला लेटर भेजा था।
ये था पूरा मामला।
दिनांक 17/11/2022 को फरियादी अजय जैन पिता प्रेमचंद जैन उम्र 34 वर्ष निवासी बियाबानी इन्दौर व्यवसायिक पता प्रोफेसर कॉलोनी, सपना संगीता रोड इन्दौर ने थाना जूनी इन्दौर पर एक लेखी शिकायत आवेदन पत्र प्रस्तुत किया, जिसमे लिखा गया था कि नवम्बर माह के अंतिम सप्ताह में इन्दौर शहर बम धमाकों से दहल उठेगा। शहर में जगह- जगह बम विस्फोट होंगे। राजवाडा को खास निशाना बनाया जाएगा। उक्त शिकायत पर थाना जूनी इन्दौर पर अज्ञात आरोपी के विरुद्ध अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
प्रकरण की गंभीरता को दृष्टिगत रखते हुए पुलिस उपायुक्त ज़ोन-4 आर. के. सिंह द्वारा अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त जोन-4 इन्दौर प्रशांत चौबे, सहायक पुलिस आयुक्त जूनी इन्दौर दीशेष अग्रवाल व थाना प्रभारी जूनी इन्दौर योगेश सिंह तोमर के नेतृत्व में पृथक पृथक पुलिस टीम बनाकर अज्ञात बदमाश की तलाश शुरू की गई।
प्रकरण की विवेचना के दौरान करीब 15 से अधिक शहरों व कस्बो में अज्ञात बदमाश के संबंध में जानकारी एकत्रित की गई। इन्दौर उज्जैन, नागदा देवास शहर के करीब 200 से अधिक सीसीटीवी फुटेज देखे गए। विभिन्न शहरो के रेल्वे स्टेशन, बस स्टैंड, सराय, गुरूद्वारा, होटल, लाज एवं अन्य संभावित स्थानो पर बदमाश द्वारा की गई घटना के संबंध में जानकारी एकत्रित की गई। इससे ज्ञात हुआ कि उक्त घटना दयासिंह उर्फ दयालसिंह द्वारा की गई है। दयासिंह आवारा किस्म का व्यक्ति होकर खाना बदोश है, जिसका कोई निश्चित ठिकाना नहीं हैं। वह जहां भोजन मिले, खाकर सो जाता हैं, इसके चलते उसकी तलाश की जाना पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बन गई थी। इस बीच दिनांक 24/11/2022 को मुखबिर से सूचना प्राप्त हुई कि बदमाश दयासिंह नागदा शहर में रेल्वे स्टेशन के पास दिखाई दिया हैं, जिसपर सतत निगरानी रखते हुए नागदा पुलिस को सूचना दी गई। उसने बदमाश को हिरासत में लिया गया। जूनी इन्दौर से पुलिस टीम तत्काल नागदा के लिए रवाना की गई। बदमाश दयासिंह उर्फ दयालसिंह उर्फ प्यारासिंह उर्फ नरेन्द्रसिंह पिता कल्याण सिंह उम्र 69 साल निवासी छोटा घोसियाना मलिकमऊ रोड रायबरेली उत्तरप्रदेश को नागदा से गिरफ्तार किया गया। बदमाश से घटना के संबंध में विस्तृत पूछताछ की जा रही हैं, जिसमें विवेचना के आधार पर अग्रिम वैधानिक कार्रवाई की जा रही है।