इंदौर : आईडीए अध्यक्ष जयपाल सिंह चावड़ा ने रविवार को योजना क्रमांक 97 भाग 4 के तहत निर्मित ऑडिटोरियम का निरीक्षण किया। निरीक्षण में उनके साथ पूर्व विधायक जीतू जिराती, पूर्व आईडी अध्यक्ष मधु वर्मा, उस्ताद अलाउद्दीन खाँ संगीत अकादमी भोपाल के डायरेक्टर जयंत भिसे ,पूर्व एमआईसी सदस्य बलराम वर्मा,आईडीए के अधीक्षण यंत्री अनिल जोशी सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
आईडीए अध्यक्ष चावड़ा ने ऑडिटोरियम का सूक्ष्म निरीक्षण किया और उसमें शेष रहे कार्य का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि इसका लाभ शहर को मिलना चाहिए। इसका शेष कार्य प्राधिकरण द्वारा ही पूर्ण किया जाएगा। उसके बाद इसके संचालन को लेकर शहर की सांस्कृतिक एवं अन्य जिम्मेदार संस्थाओं से सलाह मशविरा कर आगामी निर्णय लिया जाएगा।
आंतरिक साज- सज्जा के साथ मुकम्मल होगा ऑडिटोरियम।
चावड़ा ने कहा कि, प्रथम आवश्यकता इस बात की है कि इसका आंतरिक साज-सज्जा के साथ पूर्ण निर्माण किया जाए। ताकि एक सौगात जो पश्चिम क्षेत्र और शहर को मिलना है वह मिले।
बता दें कि प्राधिकरण द्वारा पूर्व में यह ऑडिटोरियम बनाया गया था इसके बाद इसे संस्कृति विभाग को सौंप दिया गया, लेकिन आंतरिक साज-सज्जा के अभाव में इसे पुनः ida को हस्तांतरित कर दिया गया। लंबे समय से इसका कोई उपयोग नहीं हो पा रहा था।
आईडीए के पूर्व अध्यक्ष मधु वर्मा ने बताया कि उनके कार्यकाल में इसका निर्माण प्रदेश में सबसे बड़े ऑडिटोरियम के रूप में करवाया गया था ताकि इंदौर के पश्चिम क्षेत्र को ही नहीं संपूर्ण शहर को एक अच्छा ऑडिटोरियम प्राप्त हो सके।जयंत भिसे ने भी इसकी आंतरिक साज-सज्जा के संबंध में आवश्यक सुझाव दिए। उन्होंने बताया कि इसमें एक अच्छी कला वीथिका का भी निर्माण संभव है।इस अवसर पर राजेन्द्र नगर क्षेत्र की सांस्कृतिक संस्था के प्रतिनिधियों ने भी आवश्यक सुझाव दिए। जीतू जिराती ने आभार मानते हुए कहा कि इस ऑडिटोरियम के क्रियाशील होने से क्षेत्र की जनता को बहुत लाभ होगा।