इंदौर : देवी काली, देवी दुर्गा और महादेवी पार्वती नीले ,हरे ,काले वस्त्रों से सज्जित देवियों का शक्ति प्रदर्शन सेमी क्लासिकल नृत्य के रूप में दशहरा मैदान पर देखने को मिला। यहां चल रहे “सबके राम” राम जन्मोत्सव के नौ दिवसीय आयोजन में शुक्रवार को नृत्य आराधना देखने को मिली ।रंजना ठाकुर, डॉ. प्रियंका वैद्य के निर्देशन व मंजूषा जौहरी के सहयोग से नृत्य आराधना का प्रारंभ गणेश वंदना से हुआ। कत्थक में सजी यह वंदना बहुत ही खूबसूरत थी। शिव तांडव नृत्य में क्लासिकल झलक दिखाई दी। वही श्रृंगार भाव पक्ष पर आधारित ठुमरी प्रस्तुत की गई जिसमें 5 लड़कियों ने सफेद रंग की ड्रेस में गोल्डन चुन्नी के साथ कथक नृत्य प्रस्तुत किया ।उसके पश्चात राम स्तुति केसरिया रंग की ड्रेस पहनकर रामचंद्र कृपालु भजमन में संगीत तथा काव्य पक्ष दोनों का खूबसूरती से उपयोग किया गया, जिसका दर्शकों ने तालियां बजाकर उत्साह वर्धन किया और जय श्रीराम का उद्घोष भी किया। राधा कृष्ण द्वारा “आज खेलेंगे होली, कृष्ण छोड़ दे मोरी चोली” बोल पर सुंदर होली का प्रस्तुतिकरण दिया गया। जय जय जय जगत जननी के बोल पर देवी स्तुति प्रस्तुत की गई। ओड़ीसी में प्रस्तुत कृष्ण लीला बहुत ही खूबसूरत बन पड़ी थी। क्लासिकल तराना धिन तनाना तारे दान भी प्रस्तुत किया गया उसके बाद मधुराष्टकम् अधरम मधुरम बड़ी नजाकत से पेश हुआ। देशभक्ति पर आधारित नृत्य भी यहां पेश किया गया। अंत में सुधीर फड़के द्वारा गाया गया “रामजन्म ला ग, रामजन्म ला” मराठी गीत पर नृत्य की प्रस्तुति दी गई। कुल 20 बालिकाओं ने नृत्य आराधना प्रस्तुत की।
उत्सव समिति के महेंद्र चौहान प्रवीणा अग्निहोत्री एवं अमित जैन ने बताया कि अर्पिता बंसल ने राम जन्मोत्सव में रामजी की 4 बाय 8 फीट की खूबसूरत रंगोली का निर्माण किया।शुक्रवार सुबह श्री सूक्त, पुरुष सूक्त एवं वेद ऋचाओ. से हवन किया गया। साथ ही देश में राम का अलख जगाने के लिए आहुतियां अर्पित की गई। महाअष्टमी पर 9 अप्रैल को महा आरती का आयोजन शाम को दशहरा मैदान पर किया गया है जिसमें सैकड़ों श्रद्धालुओं की उपस्थिति में श्रीराम जी की महा आरती की जाएगी। इच्छुक श्रद्धालु अपना नाम कार्यालय में लिखा सकते हैं।