इंदौर : रेडीमेड कपड़ों के होलसेल कारोबारी को योजनाबद्ध तरीके से बेवजह के विवाद में उलझाकर उसके स्कूटर की डिक्की से 12 लाख से अधिक राशि उड़ा ले जाने की सनसनीखेज वारदात का एमजी रोड पुलिस ने खुलासा कर दिया है। व्यापारी का नौकर ही इसका मास्टर माइंड निकला। उसी ने अपने साथियों के साथ रेकी कर इस साजिश को अंजाम दिया था।
नौकर सहित 3 आरोपी गिरफ्तार, एक अन्य की तलाश जारी।
एएसपी जयवीर सिंह भदौरिया ने रविवार को पत्रकार वार्ता के जरिए समूचे घटनाक्रम का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि पुलिस को खासी मशक्कत के बाद इस वारदात को सुलझाने में सफलता मिली। वारदात के मास्टर माइंड नौकर सहित 3 आरोपी पकड़ लिए गए हैं। उनके कब्जे से फिलहाल 2 लाख रुपए बरामद हुए हैं। एक अन्य आरोपी की तलाश की जा रही है। शेष राशि भी उसी के कब्जे में है।
ऐसे दिया गया वारदात को अंजाम।
एएसपी भदौरिया और एमजी रोड थाना प्रभारी डीवीएस नागर ने बताया कि स्नेहलतागंज निवासी रेडीमेड कारोबारी महेश पिता गणेशमल तोषनीवाल रिवर साइड रोड स्थित प्रकाश प्लाजा में कपड़ों का थोक कारोबार करते हैं। उनके द्वारा थाने पर दर्ज कराई गई रिपोर्ट में बताया गया था कि उनकी दुकान पर दो नौकर नितिन व सुमित काम करते हैं। बीती 23 जून को रोज की तरह कामकाज करने के बाद वे दिनभर की और पूर्व की कुल राशि 12 लाख 13 हजार रुपए एक थैली में लेकर एक्टिवा से घर के लिए निकले थे। नौकर नितिन व सुमित भी घर के लिए निकल गए थे। फरियादी कारोबारी के मुताबिक वह नगर निगम रोड से अम्बिका इलेक्ट्रिकल्स हनुमान मंदिर के पास पहुंचा। वहां पहले से दो लड़के खड़े थे। स्पीड ब्रेकर होने से जैसे ही गाड़ी धीमी की, दोनों लड़के आकर उससे विवाद करने लगे। उसी दौरान वो झूमाझटकी करने लगे तो मैं रोड पर भरे बारिश के पानी में गिर गया। इस बीच दोनों लड़के वहां से भाग खड़े हुए। बाद में उठकर मैने स्कूटर की डिक्की को चेक किया तो रुपयों से भरी थैली गायब थी। फरियादी की रिपोर्ट पर प्रकरण दर्ज कर विवेचना में लिया गया।
एएसपी भदौरिया व थाना प्रभारी नागर ने बताया कि विवेचना के दौरान आरोपियों तक पहुंचने के लिए सीसीटीवी फुटेज खंगालने के साथ पुलिस को तरह- तरह के स्वांग भी रचना पड़े। आखिर पुलिस की मेहनत रंग लाई और 3 जुलाई को मुखबिर की सूचना पर फरियादी के नौकर नितिन यादव उर्फ गांधी पिता ओमप्रकाश यादव उम्र 23 साल निवासी राजनगर को पकड़ा गया। आरोपी नितिन ने कबूल किया कि उसी ने अपने साथियों के साथ साजिश रचकर वारदात को अंजाम दिया। आरोपी नितिन ने बताया कि वह फरियादी महेश तोषनीवाल की फर्म महेश गारमेंट में वह तीन साल से काम कर रहा है। वही रपए कलेक्शन का काम भी करता है। उसने सेठ महेश तोषनीवाल से काफी पैसे उधार ले रखे हैं। लॉकडाउन के दौरान घर के खर्चे और पैसों को लेकर वह परेशान रहता था, इसलिए उसने अपने दोस्त गोलू उर्फ शिवम सिंगोड़िया, राहुल झरने और सत्यवीर सिंह उर्फ छोटू के साथ दुकान से पैसे चुराने या कारोबारी महेश तोषनीवाल से रास्ते में छिनने की योजना बनाई। आरोपी नितिन के मुताबिक 23 जून को जब कारोबारी महेश तोषनीवाल बड़ी राशि लेकर घर के लिए निकले तो आरोपी सत्यवीर की गाड़ी पर बैठकर उनका पीछा किया। कारोबारी के निकलने की सूचना गोलू उर्फ शिवम को पहले ही दे दी थी। तय योजना के अनुसार नगर निगम रोड पर आरोपी राहुल कारोबारी महेश की एक्टिवा के सामने आ गया और एक्सीडेंट कर दिया चिल्लाने लगा। शिवम उर्फ गोलू ने कारोबारी महेश तोषनीवाल के साथ झूमाझटकी शुरू कर दी। इस बीच राहुल और गोलू ने एक्टिवा की डिक्की में रखी रुपयों की थैली निकाल ली और भाग निकले।
एएसपी भदौरिया और थाना प्रभारी नागर ने बताया कि आरोपी नितिन और राहुल पिता कमल झरने उम्र 23 साल निवासी न्यू गांधी नगर इंदौर को बन्दी बना लिया गया। दोनों से उड़ाए गए डेढ़ लाख रुपए बरामद हुए। बाद में एक अन्य आरोपी सत्यवीर पिता प्रदीप सिंह उम्र 23 साल निवासी गांधी पैलेस भी पकड़ में आ गया। उसके कब्जे से 50 हजार रुपए बरामद हुए। उससे घटना में प्रयुक्त मोबाइल व मोटरसाइकिल भी जब्त की गई।आरोपी गोलू उर्फ शिवम 10 लाख रुपए लेकर फरार है, उसकी तलाश की जा रही है।