तीन दिन तक चलेगा साहित्य मंथन।
विभिन्न विषयों पर प्रतिदिन होंगे 8 सत्र।
देशभर से आए साहित्यकार और विषय विशेषज्ञ करेंगे मार्गदर्शन।
राजा भोज के जीवन और शासनकाल पर केंद्रित प्रदर्शनी का हुआ शुभारंभ।
भोज के जीवन काल में उनके सामाजिक एवं वास्तुशिल्प में योगदान पर केंद्रित प्रदर्शनी का उद्घाटन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, मध्य क्षेत्र के प्रांत संघ चालक अशोक सोहनी ,मालवा प्रांत के प्रांत कार्यवाह विनीत नवाथे एवं नर्मदा साहित्य मंथन के संयोजक डॉ मुकेश मोढ़ की गरिमामय उपस्थिति में स्थानीय राजा भोज शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय धार के परिसर में हुआ। अश्विनी शोध संस्थान महीदपुर के संस्थापक अध्यक्ष रामचंद्र ठाकुर द्वारा संयोजित इस प्रदर्शनी में राजा भोज के वास्तु, नगर नियोजन, मंदिर नियोजन, नाट्य, विमानन शास्त्र से लेकर उनके कालखंड के शस्त्र -औज़ार भी प्रदर्शित किए गए हैं। उनके शासनकाल में प्रचलित स्वर्ण मुद्राएँ भी इस प्रदर्शनी में दर्शकों को देखने को मिलेगी।
रविवार से विधिवत प्रारंभ होगा साहित्य का भोजपर्व।
तीन दिवसीय भोजपर्व का विधिवत उद्घाटन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के राष्ट्रीय प्रचार प्रमुख सुनील अम्बेकर एवं मध्यप्रदेश शासन की संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर की उपस्थिति में रविवार 22 जनवरी को प्रातः 9:30 बजे होगा।
उदघाटन सत्र के बाद द्वितीय सत्र में उत्तराखण्ड के राज्यपाल लेफ़्टिनेंट जनरल ( रिटा.) गुरमीत सिंह आंतरिक सुरक्षा , चुनौतियों एवं समाधान विषय पर अपने विचार रखेंगे।
भोजपर्व में मालवा प्रांत के एक हजार से अधिक साहित्यकार एवं विचारक अगले तीन दिन तक उपस्थित रहेंगे।
प्रतिदिन 8 सत्र होंगे। देशभर के प्रतिष्ठित साहित्यकार एवं विषय विशेषज्ञ इन सत्रों में मार्गदर्शन करेंगे। भोजपर्व में मालवा प्रांत के मीडिया एवं साहित्य से जुड़े विद्यार्थी भी भाग ले रहे हैं।