इंदौर : केंद्र सरकार द्वारा 1 जनवरी 2022 से कपड़े गारमेंट्स ओर जूतों पर जीएसटी की दर 5 प्रतिशत से बढ़ाकर 12 प्रतिशत करने का विरोध अब तेज होता जा रहा है । इंदौर रिटेल गारमेंट्स व्यापरी एसोसिएशन के आह्वान पर शनिवार को सभी गारमेंट्स दुकानों को काले परिधानों से सजाकर जीएसटी दर वृद्धि का विरोध किया गया। यशोदामाता मन्दिर रोड की एक दुकान पर काले वस्त्रधारित पुतलों के माध्यम से जीएसटी बढ़ोतरी वापसी की मांग के पोस्टरों को लेकर फैशन शो किया गया। इंदौर रिटेल गारमेंट्स एसोशियन के अध्यक्ष अक्षय जैन व सचिव महेश गौर ने बताया कि बढाई जा रही जीएसटी वस्त्र व्यबसाय के लिए असहनीय है। इससे महंगाई अप्रत्याशित रूप से बढ़ जाएगी। आम आदमी कपड़े की आवश्यकता होने पर भी कपड़ों की खरीद नहीं कर सकेगा। शासन को वास्तविक तोर पर जमीनी हकीकत समझना जरूरी है ।
रेडीमेड वस्त्र व्यवसायियों ने मनाया ब्लैक डे।
शनिवार की सभी रेडीमेड दुकानदरों ने ब्लैक डे मनाया।उन्होंने जीएसटी में बढ़ोतरी के खिलाफ दुकानों में काले कपड़े सजाए और खुद भी काले कपड़े पहनकर विरोध जताया। उन्होंने मानव श्रृंखला बनाकर प्रदर्शन भी किया। इस अवसर पर क्लॉथ मार्केट एसोसिएशन के मंत्री कैलाश मुंगड, अरुण बाकलीवाल सहित पदाधिकारी, सदस्यगण , इंदौर रेडीमेड वस्त्र व्यापरी संघ के अध्यक्ष आशीष निगम , इंदौर गारमेंट्स ट्रेडिंग एसो. के अध्यक्ष संजय हबलानी भी उपस्थित थे। गौरतलब रहे कि इंदौर रिटेल गारमेंट्स एसो. ने 2 दिन पूर्व थाली बाजाकर भी विरोध किया था। आगे भी व्यापरी सामूहिक आंदोलन की रणनीति बना रहे हैं। आज के प्रदर्शन में राजेश जैन , विशाल सोगानी , रूपेश शीतल , गीतेश माहेश्वरी, मनन सुराणा , गौरव सोना, प्रतीक डागा, सहित सेकड़ो व्यापारी उपस्थित थे ।