रेवती रेंज में रोपे गए 51 हजार पौधे

  
Last Updated:  July 13, 2025 " 07:38 pm"

बीते वर्ष रोपे गए 12 लाख 41 हजार पौधों के विश्व कीर्तिमान की वर्षगांठ पर किया गया पौधारोपण।

रेवती रेंज के हरे-भरे वृक्षों के मध्य आकार लेगा एक भव्य धार्मिक, आध्यात्मिक स्थल – कैलाश विजयवर्गीय।

वृक्ष शिव के समान होते हैं, वह कार्बन डाई ऑक्साइड रूपी जहर पीकर जीवनदायिनी ऑक्सीजन देते हैं – कैलाश विजयवर्गीय।

मोदीजी के नेतृत्व में भारत इकोलॉजी और इकोनॉमी दोनों में विकसित बनेगा : भूपेंद्र यादव

इंदौर : वृक्ष शिव के समान होते हैं, क्योंकि वह कार्बन डाई ऑक्साइड रूपी जहर को पीते हैं और हमें जीवनदायिनी ऑक्सीजन देते हैं। एक पेड़ लगाना शिव मंदिर निर्माण के समान है। इसलिए सभी बच्चे अपने जन्मदिन के पर एक पेड़ अवश्य लगाएं। बात नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने रेवती रेंज पर आयोजित कार्य़क्रम में कही।

बीते वर्ष रेवती रेंज पर एक पेड़ माँ के नाम अभियान के तहत 12 लाख 41 हजार पौधे रोपे गए थे, जो विश्व कीर्तिमान भी बना था। इसकी पहली वर्षगांठ पर शनिवार, 12 जुलाई को पौधारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान एक बगिया माँ के नाम महाअभियान के तहत 51 हजार पौधे रोपे गए।

रेवती रेंज पर बनेगा आध्यात्मिक स्थल।

इस अवसर पर बोलते हुए कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि मैं पृथ्वी अकादमी के विद्यार्थियों और बीएसएफ के जवानों और अधिकारियों को इस अभियान में अहम भूमिका निभाने के लिए धन्यवाद देता हूं। उन्होंने कहा कि माँ एक छोटा शब्द है, लेकिन उसमें विशालता बहुत है। माँ का ह्दय जितना विशाल होता है उतने पेड़ हम लगाएंगे, हालांकि 51 लाख पेड़ भी माँ के ह्दय की तुलना में कम है। हमने पिछले साल केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव के मार्गदर्शन में एक दिन में 12 लाख 40 हजार पौधे लगाकर विश्व रिकार्ड बनाया था। पौधे लगाने के बाद उनके पालन-पोषण और सुरक्षा की चिंता राजेंद्र राठौड़ ने की। उनकी कड़ी मेहनत की बदौलत सभी 12 लाख 40 हजार पौधे जिंदा हैं और बड़े हो गए हैं। मेरी इच्छा है कि पितृ पर्वत जैसे धार्मिक व आध्यात्मिक स्थल बना, इस स्थान पर भी एक मेडिटेशन सेंटर बने। यहां पर साधना का अलग आनंद होगा। आने वाले समय में रेवती रेंज एक आध्यात्मिक स्थल बनेगा, मैं आपसे यह वादा करता हूं।

साढ़े बारह लाख पेड़ धरती को शस्य श्यामला करेंगे।

केंद्रीय वन एवं पर्य़ावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने इस अवसर पर कहा कि इंसान ने भले ही कितनी ही प्रगति कर ली हो, बड़ी-बड़ी मशीने बनाई, लेकिन इन मशीनों से कार्बन डाई ऑक्साइड ही निकलती है ऑक्सीजन नहीं निकलती है। आरी का अविष्कार इंसान ने किया है और पेड़ इंसान ने ही काटे हैं। इंसान ने ही धरती पर क्रांकीट के जंगल उगाए हैं। धरती के तीन सबसे बड़े संकट है। पहला संकट बढ़ता तापमान है। लाखों साल में इतना तापमान नहीं बढ़ा, जितना दो सौ सालों में बढ़ा है। दूसरा कीटनाशकों के कारण धरती बंजर भी हो रही है और कैंसर भी रहा है। धरती में असंतुलन हो रहा है। यदि हमें इन संकटों से निपटना है तो वृक्षारोपण करना होगा। पक्षियों को भोजन वृक्ष देंगे। ऑक्सीजन वृक्ष देंगे। आपके लगाए गए साढ़े बारह लाख पेड़ धरती को शस्य श्यामला करेंगे। वंदे मातरम में भी हम शस्य श्यामला धरती की वंदना करते हैं। मालवा की धरती स्वागत-सत्कार में आगे रहती है। प्रधानमंत्री मोदीजी ने दुनिया को दो मंत्र दिए हैं। पहला एक पेड़ माँ के नाम और दूसरा है मिशन लाइव। मिशन लाइव का अर्थ है सेव एनर्जी, सेव फूड, सेव वाटर, हेल्डी लाइफ स्टाइल। यह इसलिए कि जितना इंदौर साफ रहना चाहिए उतना हरा-भरा भी रहना चाहिए।

कार्यक्रम में मंत्री तुलसी सिलावट और संसद शंकर लालवानी ने भी अपने विचार रखे।

पितृ पर्वत पर पहुंचे मंत्री यादव।

केंद्रीय वन एवं पर्य़ावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने रेवती रेंज पर पौधारोपण के बाद पितृ पर्वत पर हनुमानजी के दर्शन कर वहां सिंदूर का पौधा लगाय़ा।

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