इंदौर : दिगम्बर जैन समाज के जिस संत निवास में आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज ने सात महीने बिताएं उस बेशकीमती भवन को गुपचुप तरीके से ध्वस्त कर दिया गया है।
ये भवन इंदौर-उज्जैन मार्ग पर रेवती रेंज इलाके में सैकड़ों एकड़ जमीन पर निर्मित किया गया था। दयोदय चैरिटेबल ट्रस्ट ने लगभग 2 वर्षों में 24000 वर्ग फुट जगह पर लगभग 4 करोड़ रुपए के खर्च से संत निवास बनवाया था। इसमें 30 से अधिक बड़े कक्ष और दो हॉल बनाए गए थे। यह निर्माण कार्य ट्रस्ट ने समाज के दानदाताओं और आम धर्मावलंबियों से सहयोग लेकर करवाया था। इसी सन्त निवास मे आचार्य विद्यासागर जी सहित अनेक मुनिगणों ने मार्च से सितंबर तक का समय बिताया था। इसी भवन के सामने एक ओर भवन बना है जिसमें आचार्यश्री एवं मुनिगणों का आहार होता था। श्रद्धालुओं के भी चौके लगते थे।
बताया जाता है कि ध्वस्त की गई इमारत को रातोरात तोड़ने का फैसला प्रमुख ट्रस्टी सुंदरलाल जैन बीड़ीवाले एवं संजय मैक्स ने लिया।
बिल्डिंग को ध्वस्त करवाने के पीछे इन्होंने मास्टर प्लान में गड़बड़ी तो कही वास्तु दोष बताया इसी के साथ कही रेवती माता के प्रकोप की बात भी कही जा रही है।
वरिष्ठ समाजजनों ने भवन गिराने पर रोष जताया है। डॉ जैनेंद्र जैन ने इस कार्रवाई का पुरजोर विरोध किया है उनका कहना है कि ‘समाजजनों को अंधेरे में रखकर इतनी बड़ी कार्रवाई करना गलत है। समाजजनों का कहना है दोषी ट्रस्टियों पर आपराधिक मुकदमा दर्ज किया जाना चाहिए।
रेवती रेंज से विहार करके आचार्यश्री अक्टूबर एवं नवम्बर माह में इंदौर के विभिन्न इलाकों में स्थित जैन मंदिरों में गए थे और पिछले एक सप्ताह से नेमावर तीर्थ में विराजे हुए है।समाज के लोगों का कहना है कि सामाजिक ट्रस्ट के संरक्षक कलेक्टर होते हैं। बिल्डिंग तोड़ने की घटना उनके भी संज्ञान में नहीं हैं।।
रेवती रेंज स्थित सन्त निवास को ध्वस्त किए जाने से समाज जनों में छाया रोष
Last Updated: December 5, 2020 " 04:39 pm"
Facebook Comments