लम्बी जद्दोजहद के बाद कलेक्टर मनीष सिंह के खेद जताने पर सुलझा विवाद, काम पर लौटे स्वास्थ्य अधिकारी- कर्मचारी

  
Last Updated:  May 7, 2021 " 06:28 pm"

इंदौर : कलेक्टर मनीष सिंह और स्वास्थ्य विभाग की अधिकारी डॉ.पूर्णिमा गड़रिया के बीच कलेक्टर के कथित अभद्र बर्ताव को लेकर उपजा विवाद आखिरकार लम्बी जद्दोजहद के बाद समाप्त हो गया। प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट की पहल पर दो बार हुई लंबी बैठकों के बाद कलेक्टर मनीष सिंह के अपने व्यवहार के लिए जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर पूर्णिमा गडरिया से खेद जताने पर विवाद का पटाक्षेप हो गया। इसके बाद शुक्रवार सुबह से ही हड़ताल पर आमादा स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टर्स, पैरामेडिकल स्टाफ और अधिकारी- कर्मचारी काम पर लौट आए। डॉ. पूर्णिमा का इस्तीफा भी मंजूर नहीं होगा।

कलेक्टर पर लगाया था अभद्र बर्ताव का आरोप।

स्वास्थ्य विभाग की डॉक्टर पूर्णिमा गड़रिया ने दो दिन पहले कलेक्टर पर अभद्र व्यवहार का आरोप लगाकर इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद कलेक्टर के खिलाफ स्वास्थ्य विभाग के तमाम अधिकारी- कर्मचारियों ने मोर्चा खोल दिया था।

कलेक्टर के खेद जताने पर सुलझा मामला।

हड़ताल पर आमादा स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी- कर्मचारियों का प्रतिनिधि मंडल के साथ रेसीडेंसी में शुक्रवार सुबह 2 घंटे बैठक चली पर वह बेनतीजा रही। बैठक में प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट, मंत्री ऊषा ठाकुर, सांसद शंकर लालवानी, संभागायुक्त डॉ. पवन कुमार शर्मा, स्वास्थ्य अधिकारी और डॉक्टर मौजूद रहे। जब बात नहीं बनी तो मंत्री और अफसर चले गए थे। स्वास्थ्य विभाग के प्रतिनिधि इस बात पर अड़े हुए थे कि कलेक्टर मनीष सिंह को हटाया जाए। इसके लिए 3 दिन का समय दिया था।

स्वास्थ्य मंत्री ने जल्द विवाद सुलझने की कही थी बात।

उधर स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी ने कहा था कि प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट सभी पक्षों से संपर्क में हैं। विवाद थम जाएगा, जल्द ही सकारात्मक परिणाम सबके सामने होगा।
इसके बाद शुक्रवार दोपहर संभागायुक्त कार्यालय में प्रभारी मंत्री सिलावट, संभागायुक्त पवन कुमार शर्मा, सांसद लालवानी और स्वास्थ्य विभाग के प्रतिनिधि फिर से चर्चा के लिए बैठे। इस दौरान कलेक्टर ने अपने कथित अमर्यादित आचरण के लिए खेद जताया। इसके साथ ही तूल पकड़ रहा विवाद थम गया और स्वास्थ्य अधिकारी- कर्मचारी भी काम पर लौट गए।

डॉ. गड़रिया का इस्तीफा नहीं होगा मंजूर।

प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट ने बताया कि उन्होंने जनप्रतिनिधियों और वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों की उपस्थिति में स्वास्थ्य अधिकारियों का पक्ष सुना और विस्तार से चर्चा की। विवाद का हल हो गया है। कोरोना संक्रमण के इस मुश्किल दौर में सबको मिलकर काम करने की जरूरत है। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी- कर्मचारियों को हड़ताल पर नहीं जाने के लिए धन्यवाद भी दिया। प्रभारी मंत्री सिलावट ने कहा कि डॉ. पूर्णिमा गड़रिया का इस्तीफा स्वीकार नहीं किया जाएगा।

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